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सीवान : निगरानी टीम का समाहरणालय में छापा, एक लाख रुपए रिश्वत लेते राजस्व विभाग का प्रधान लिपिक धराया

सीवान से बड़ी खबर है, जहां शुक्रवार को पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने समाहरणालय के राजस्व विभाग के प्रधान लिपिक जियाउल हक अंसारी को एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.

मिली जानकारी के अनुसार, जमीन से जुड़े एक परिमार्जन के मामले में राजस्व विभाग के प्रधान लिपिक जियाउल हक अंसारी द्वारा प्रेम शंकर सिंह नाम के आवेदक से एक लाख रुपए बतौर रिश्वत की मांग की गई थी. जिसके बाद प्रेम शंकर सिंह ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग में की थी. शिकायत पर आई निगरानी विभाग की टीम ने पहले मामले का जांच पड़ताल कर सत्यापन किया और उसके बाद अपने द्वारा चिन्हित किए रुपए को प्रेम शंकर को दिया, जिसे प्रेम शंकर जियाउल हक अंसारी को रिश्वत के रूप में शुक्रवार को देने गए. जब जियाउल हक अंसारी रिश्वत की रकम को ले रहे थे उसी दौरान निगरानी विभाग की टीम ने धावा बोलकर उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया. पकड़े जाने के बाद निगरानी की टीम उन्हें जब अपने साथ ले जाने लगी तो बाहरी आदमियों का हमला समझ समाहरणालय के कर्मियों ने इसका विरोध करने लगे, तब निगरानी की टीम को अपना परिचय पत्र दिखाना पड़ा, फिर समाहरणालय कर्मी पीछे हटे और निगरानी की टीम प्रधान लिपिक को गिरफ्तार कर गाड़ी में बिठा अपने साथ पटना ले गई.

बता दें कि निगरानी की टीम डीएसपी अरुणोदय पांडेय के नेतृत्व में आई थी, जिसमें सुजीत कुमार सागर, विकास जायसवाल, इंस्पेक्टर मेंहदी इकबाल, एएसआई जयप्रकाश और कॉन्स्टेबल अभिषेक, राजेश एवं मणिकांत शामिल थे. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).

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