सीवान : आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार को सीबीआई ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, दो कांस्टेबल और एक चालक भी गिरफ्तार
सीवान से बड़ी खबर है, जहां बुधवार को सीबीआई के एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की टीम ने बेहद नाटकीय ढंग से छापेमारी करते हुए सीवान के आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार सहित आरपीएफ के दो कांस्टेबल और एक चालक को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई. आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार पर एक युवक से केस में से नाम हटाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है.
बताया जाता है कि बुधवार की दोपहर एक बजे के करीब सीबीआई के एंटी करप्शन डिपार्टमेंट की टीम ने शहर के बाबुनिय रोड स्थित होटल सत्यम इंटरनेशनल में छापेमारी कर आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार को दस हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा. जिसके बाद टीम आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार और उनके सहयोगियों को शहर से तीन किलो मीटर दूर मोहिद्दीनपुर स्थित एफसीआइ गोदाम के कार्यालय में नजर बंद करके रखी और फिर रात में सभी को अपने साथ पटना लेकर चली गई.
मिली जानकारी के मुताबिक, पचरुखी थाना क्षेत्र के सोनबरसा निवासी पिंटू कुमार सिंह ने किसी के आईडी से रेलवे के दो तत्काल टिकट बनवाया था, उसके बाद वह उस टिकट को प्रिंट कराने के लिए पचरुखी स्थित एक सायबर कैफ़े में गया, जहां से उसने टिकट प्रिंट कराया. वहीं सीवान आरपीएफ की टीम ने उसी सायबर कैफे में छापेमारी की. इस दौरान आरपीएफ के हाथ वह प्रिंट टिकट भी लग गया, जिसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार ने पिंटू को केस से बचाने के लिए पैसे की मांग कर दी, जिसकी शिकायत पिंटू ने सीबीआई के एंटी करप्शन डिपार्टमेंट में कर दी. बुधवार को घूस देने के लिए पिंटू के एक मित्र अवधेश श्रीवास्तव ने इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव को सत्यम इंटरनेशनल रेस्टोरेंट में खाने पर बुलाया था. खाने में मटन हांडी एवं अन्य सामान के आर्डर भी दे दिए गए थे. इस दौरान अवधेश श्रीवास्तव ने इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव को दस हजार रुपए रिश्वत दिए, जो उन्होंने अपने पॉकेट में रख लिया. तभी होटल में सीबीआई के अधिकारियों ने इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव को घेर लिया. उनके हाथों को पानी से धुलवाया तो लाल रंग हो गया. उसके बाद सीबीआई टीम के अधिकारियों ने अजय कुमार यादव के पॉकेट से रुपए बरामद का गिरफ्तार कर लिया. अजय कुमार यादव ने अपनी गिरफ्तारी का काफी विरोध किया. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने से रेस्टोरेंट में दहशत का माहौल हो गया तथा रेस्टोरेंट में बैठे ग्राहक भागने लगे. रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने जब इसका विरोध किया तो छापेमारी करने वाले अधिकारियों ने अपने को सीबीआई का अधिकारी बताया. उसके बाद इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव, हेड कांस्टेबल कुमार प्रियरंजन सिंह, कॉन्स्टेबल दुर्गेश कुमार एवं चालक को हिरासत में लेकर सीबीआई टीम अपने साथ लेकर शहर के महोदिपुर स्थित एफसीआई के गोदाम के कार्यालय में चली गई. इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर की पत्नी गोदाम में पहुंची जहां उन्होंने अधिकारियों से अपने पति से मिलाने की ज़िद की. आरपीएफ की पत्नी ने सीबीआई अधिकारियों को हाथ भी जोड़े, पैर भी पड़े, लेकिन सीबीआई के अधिकारियों ने उन्हें नही मिलाया तब वो चुपचाप गाड़ी में बैठकर निकल गयी. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).
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