सीवान : सरकार द्वारा अनुबंध पर बहाल फार्मासिस्टों के समतुल्य मानदेय की मांग को लेकर आरबीएसके के फार्मासिस्ट व एएनएम गए होम क्वारेंटाइन पर
सीवान के हसनपुरा में सरकार द्वारा अनुबंध पर बहाल फार्मासिस्टों के समतुल्य मानदेय की मांग को लेकर आरबीएसके के फार्मासिस्ट व एएनएम 15 जून से होम क्वारेंटाइन पर चले गए हैं.
बता दें कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बहाल फार्मासिस्ट व एएनएम वेतन विसंगतियों को लेकर पिछले दो वर्षों से लगातार शासन-प्रशासन को आग्रह कर रहे थे, परंतु विभाग व सरकार के कान पर जु तक नही रेंगी. जिससे आजिज आकर आरबीएसके के फार्मासिस्ट व एएनएम विगत 15 जून से 14 दिनों के लिये होम क्वारेंटाइन में चले गये हैं. इस संबंध में अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोशिएशन बिहार प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाहिद अंसारी व विजय कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वर्ष 2015 में एक ही विज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिये आयुष चिकित्सक, फार्मासिस्ट व एएनएम का लिखित परीक्षा के माध्यम से बहाली की गई थी. जिसमे आयुष चिकित्सको को 20 हजार, फार्मासिस्ट को 12 हजार तथा एएनएम के लिये 11 हजार पांच सौ रुपये मासिक मानदेय निर्धारित किया गया था. वर्ष 2018 के बिहार सरकार द्वारा एक आदेश के जरिये आरबीएसके के आयुष चिकित्सको का कोविड-19 जैसे आपात स्थिति में अंतर राशि, एरियर समेत अप्रेल 20 से मासिक मानदेय 44 हजार कर दिया गया. जबकि साथ ही बहाल हुये फार्मासिस्ट व एएनएम के मानदेय पर कोई विचार नही किया गया. जिसके चलते फार्मासिस्ट व एएनएम अल्प वेतन पर काम करने को विवश है.
उन्होंने बताया कि सरकार के दोहरे रवैये, सौतेला व्यवहार व वेतन विसंगति को ले फार्मासिस्ट व एएनएम सामाजिक, आर्थिक प्रताड़ना झेलने को विवश है. इस संदर्भ में लगातार दो वर्षो से विभाग के आला अधिकारियो, प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग, पटना, बिहार, कार्यपालक निदेशक, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री बिहार, संबंधित सिविल सर्जन, जिलाधिकारी को सांकेतिक, पत्राचार, पत्र-पत्रिकाओं, मेल, यूट्यूब समेत अन्य माध्यम से वेतन विसंगतिया दूर करने का ले ज्ञापन दिया जा चुका है. इस संबंध में माननीय उच्च न्यायालय पटना द्वारा आदेश जारी कर आरबीएसके के सक्षम अधिकारियों के समक्ष वेतन विसंगति से संबंधित बात रखने का निर्देश दिया गया. जिसके आलोक में कई बार विभाग को ज्ञापन सौंपा गया. परंतु विभाग द्वारा अबतक कोई भी सकारात्मक कदम नही उठाया गया. सरकार के दोहरे रवैये व आरबीएसके के फार्मासिस्ट व एएनएम के प्रति उदासीनता से क्षुब्ध हो अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोशियशन के आह्वान पर बिहार सरकार में अनुबंध पर बहाल फार्मासिस्ट के समतुल्य 37 हजार और एएनएम को 27 हजार मासिक मानदेय की मांग को लेकर 15 जून से आरबीएसके के तहत बहाल सभी फार्मासिस्ट व एएनएम 14 दिनों के लिये होम क्वारेंटाइन में चले गये हैं, अगर इन 14 दिनों में सरकार द्वारा सम्मान जनक निर्णय नही लिया गया तो अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल किया जायेगा. जिसकी सारी जबाबदेही सरकार की होगी.
मौके पर जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार, महासचिव दिलीप यादव, उपाध्यक्ष नीरज कुमार, सचिव प्रेम कुमार, प्रवक्ता इमाम हसन, कोषाध्यक्ष फैयाज आलम, अशोक कुमार पांडेय, नेयाज अहमद, माधवी कुमारी, नीतू कुमारी समेत अन्य कर्मी उपस्थित थे. (ए शंकर की रिपोर्ट).
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