सीवान में पेशी के लिए कोर्ट लाया गया बांग्लादेशी घुसपैठिया पुलिस को चकमा देकर फरार
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में पुलिस की एकबार फिर से लापरवाही उजागर हुई है. शुक्रवार को पेशी के लिए व्यवहार न्यायालय लाया गया मंडलकारा में बंद एक कैदी पुलिस को चकमा दे कर फरार हो गया. फरार कैदी बंगलादेशी घुसपैठिया बताया जा रहा है जिसे डेढ़ वर्ष पहले गिरफ्तार किया गया था.
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बताया जाता है कि लगभग डेढ़ साल पहले सीवान पुलिस ने 12 बांग्ला देशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. जिनके पास न तो किसी प्रकार का वीजा था और न ही पासपोर्ट. ये बांग्लादेशी अवैध तारिक से इंडिया में प्रवेश कर सीवान आ गये थे. जो दिन में घूमकर फेरी का काम करते थे और जिस घर मे फेरी का सामान बेचते थे उसी घर मे रात को चोरी किया करते थे. जरूरत पड़ने पर लूट भी किया करते थे. इस गिरोह में तीन महिलाएं भी शामिल थी.
पकड़े गये बांग्लादेशी घुसपैठियों में से एक था उरद उर्फ मो राजा जो इन सबका सरदार था. मो राजा की शुक्रवार को सीवान व्यवहार न्यायालय के अवर जिला एवं सत्र न्यायाधीश छ: की अदालत में पेशी थी. जिसके लिए उसे कैदी वान से जेल से कोर्ट लाया गया था. कोर्ट में लाने के बाद उसे कोर्ट हाजत में रखा गया था. जब पेशी के लिए उसे पुलिस कर्मी कोर्ट लेकर जाने लगे इसी क्रम में वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. कोर्ट हाजत के अधिकारी भी इसे पुलिस की लापरवाही बता रहे हैं. सीवान मंडल कारा के जेलर राकेश कुमार ने बताया कि मो राजा के उपर डैकैती के चार मामलो के अलावें लूट और चोरी के भी कई मामले दर्ज हैं.
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