सीवान नगर परिषद् के नये सदन के गठन के बाद भी नप के बोर्ड पर बबलू चौहान सभापति और राजीव रंजन प्रकाश कार्यपालक पदाधिकारी
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान नगर परिषद् की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुयी है. नप के नये सदन के गठन हो जाने के बावजूद नगर परिषद् के बाहर मुख्य गेट के बगल में लगे साईन बोर्ड पर अभी भी कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में राजीव रंजन प्रकाश और सभापति-उपसभापति के रूप में पुराने लोगों का ही नाम अंकित है. जबकि वर्त्तमान समय में ये सभी घोटाले के आरोपी हैं और मामले में फरार चल रहे हैं. नप के नये सदन में इनकी व्यक्तिगत भागीदारी भी नहीं रही है.
बताते चले कि सीवान नगर परिषद् के पूर्व के सदन में बबलू प्रसाद उर्फ़ बबलू चौहान सभापति थे और राजीव रंजन प्रकाश कार्यपालक पदाधिकारी. इन दोनों पर आपसी मिलीभगत कर नप के सशक्त स्थायी समिति और कुछ अन्य वार्ड पार्षदों को अपने प्रभाव में लेकर एलईडी लाइट और डिस्प्ले बोर्ड की खरीदारी में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता और सरकारी राशि के गबन का आरोप है. निगरानी विभाग में दर्ज इस मामले में पूर्व सभापति बबलू प्रसाद और पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन प्रकाश समेत सभी 14 आरोपी फरार चल रहे हैं. लेकिन, नगर परिषद् के नयी सदन और उसके कार्यकाल के शुरू हो जाने के बावजूद नगर परिषद् के मुख्य गेट पर लगे साईन बोर्ड पर पुराने और दागी लोगों का नाम अंकित होना यही दर्शाता है कि नगर परिषद् से हटने के बावजूद उनकी पैठ वहां बरकार है.
अब देखना होगा कि हमारी इस खबर के बाद नगर परिषद् के नये कार्यकरिणी का ध्यान इस और जाता है कि नहीं और वर्त्तमान नप कार्यपालक पदाधिकारी सहित नए नप सभापति सिन्धु सिंह व उपसभापति बबलू साह क्या कदम उठाते हैं.
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