सीवान : राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत जीविका दीदी भी करेंगी जीरो टिलेज मशीन से गेहूं की खेती
सीवान में बड़हरिया प्रखंड के भोपतपुर पंचायत के जोगापुर कोठी गांव में सहायक तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह कृषि समन्यवक संजीव कुमार सिंह, किसान सलाहकार राकेश कुमार गिरी की देखरेख में किसान चौपाल का आयोजन किया गया. पंचायत के मुखिया की देखरेख में कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई. वहीं सहायक तकनीकी प्रबंधक संजय कुमार साह के द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया तथा फसल अवशेष प्रबन्ध और जल जीवन हरियाली योजना के बारे में जानकारी दी गयी.
बता दें कि कार्यक्रम का उद्घाटन मुखिया द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. वहीं भोपतपुर पंचायत के मुखिया द्वारा बताया गया कि पंचायत के सभी किसान भाइयों को अधिक से अधिक कृषि योजनाओं, आत्मा योजना बागवानी योजना यान्त्रिकरण योजना का लाभ लेना चाहिए और अभी कृषि इनपुट सब्सिडी जो बाढ़ से किसान की फसल प्रभावित हुए थे उसका भी आवेदन आनलाईन हो रहा है. अब कृषि विभाग की सभी योजनाएं का लाभ ऑनलाइन हो गई है और पहले आओ पहले पाओ के आधार पर कृषि विभाग कि योजनाओं का लाभ किसानों को दिया जा रहा है.
वहीं सहायक तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह ने आत्मा योजना अंतर्गत कृषक हित समूह, महिला खाद्य सुरक्षा समूह, कृषक उत्पादक संगठन, किसान पुरस्कार, किसान पाठशाला, कौशल विकास प्रशिक्षण, आदि सब के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. साथ में किसान भाई कृषक हित समूह बनाने के लिए तैयार भी हो गए. उन्होंने कृषि विभाग अंतर्गत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना कृषि इनपुट सब्सिडी बाढ़ से प्रभावित, जल जीवन हरियाली, जीरो टिलेज मशीन से गेहूं की बुवाई, प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना अंतर्गत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई, मशरूम की खेती, मल्चिंग से सब्जी की खेती आदि सब के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. सहायक तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह ने बताया कि इस वर्ष बड़हरिया प्रखंड के लिए जीविका विभाग द्वारा मांग की गई जीरो टिलेज मशीन से गेहूं बुवाई का योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत 49 एकड़ में जीविका समूह की दीदियों को दिया जाएगा. जिससे जीविका दीदी भी अब जीरो टिलेज मशीन से गेहूं की बुवाई बिना जुताई किए धान काटे खेत में कर सकती हैं साथ में नमी युक्त खेत में भी अब वह आसानी से जीरो टिलेज मशीन से बुवाई करा सकती हैं क्योंकि नमी युक्त खेत को जीविका दीदी चीरकर सूखने के लिए छोड़ देती हैं या नहीं होने के कारण गेहूं की बुवाई नहीं हो पाती है जिससे किसान भाई को या जीविका दीदी को नुकसान उठाना पड़ता है. जीरो टिलेज योजना का लाभ लेने के लिए जीविका दीदी का किसान रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड बैंक खाता होना अति आवश्यक है इसके लिए जीविका दीदी को 2750 रुपए जमा करना होगा तथा उन्हें 40 की जीबीज तीन किलो जाए जंगल मारने की दवा कार्बेंडाजिम वेस्ट डी कंपोजर मिलेगा. जीरो टिलेज मशीन से बुवाई कराने के बाद उनके खाता में 2750 रूपए और 700 रूपये बुवाई का वापस कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जीविका दीदी का समूह कृषि विभाग से भी जोड़ा जा सकता है जिससे उन्हें अधिक से अधिक लाभ कृषि विभाग द्वारा मिल सकता है.
मौके पर मुखिया संघ के अध्यक्ष अच्छेलाल सिंह, सहायक तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह, कृषि समन्यवक संजीव कुमार सिंह, संजय कुमार साह, जीविका पदाधिकारी सामुदायिक समन्वयक सुरेश कुमार, एरिया समन्वयक विवेक कुमार, किसान सलाहकार राकेश कुमार गिरी, अनिल प्रसाद, रमेश गिरी, बच्चलाल प्रसाद एवं शेखर कुमार आदि मौजूद रहें. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).
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