सीवान में अब शराबियों और धंधेबाजों की खैर नहीं, चार महिला आरक्षियों द्वारा रखी जा रही है नजर
अभिषेक श्रीवास्तव
शराबबंदी के एक साल बीत जाने के बावजूद राज्य में पूरी तरह से शराब पर रोक नहीं लग सकी है. आये दिन नेपाल,यूपी,झारखण्ड और पंजाब-हरियाणा सहित विभिन्न प्रान्तों के एक्साईज की शराब राज्य में पकड़ी जा रही है और उसे पीने व लाने वाले भी.
शराब पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए राज्य सरकार ने अब उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को पुरुष आरक्षियों के साथ-साथ महिला आरक्षी भी उपलब्ध कराया है. उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की ये महिला आरक्षी शराब तस्करी में शामिल महिलाओं के साथ-साथ शराबी महिलाओं को भी पकड़ने का काम करेगीं.
सीवान जिला उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को भी ऐसी चार महिला आरक्षी मिली हैं. इन महिला आरक्षियों को देखने से कही से भी नहीं लगेगा की ये एक पुलिस कर्मी हैं और शराबियों पर निगाह रख रही हैं. और इसी गलफहमी में शराबी आसानी से इनके चंगुल में फंस जा रहीं हैं. सीवान जिला उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को मिली महिला आरक्षी दिव्या कुमारी, आर किरण, मनीषा कुमारी व पल्लवी कुमारी देखने में टीन एजर युवतियां लगती हैं लेकिन अपने काम में ये उतनी हीं तेज-तर्रार हैं.
पहली दफा इनको देख कर कोई भी धोखा खा सकता है लेकिन, ये अपने फन में इतनी माहिर हैं कि महज दो दिनों के अन्दर इन चारो ने शराब के धंधे में शामिल एक दर्जन से ज्यादा महिला धंधेबाजो को अपनी गिरफ्त में ले चुकी हैं. इन चारो का कहना है कि हम किसी भी महिला के हाव-भाव को देख कर ताड़ जाती हैं कि वे क्या हैं. उसके बाद हम उनके पास जाकर उनकी तलाशी और ब्रेथ जांच करती हैं.
गौरतलब है कि बिहार में शराब बंद किये जाने के बाद शराब के कारोबार में शामिल शराब माफिया महिलाओं के जरिये अपने कारोबार को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में उत्पाद एवं मध्य निषेध विभाग में महिला आरक्षियों के आने से अब इस नकेल लगने के शत प्रतिशत आसार हैं.
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