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सीवान में अतिक्रमण हटाओ अभियान टीम और पब्लिक के बीच मुठभेड़, पुलिस ने चलायी कई चक्र गोलियां

अभिषेक श्रीवास्तव

पथराव में चोटिल होने के बाद अस्पताल से मरहम पट्टी कराकर बाहर आते सदर एसडीओ श्याम बिहारी मीणा.

सीवान में सड़क जाम की समस्या से निजात दिलाने के नाम पर पिछले तीन दिनों से जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान गुरूवार को उस समय खुनी रूप में तब्दील हो गया जब प्रशासन का बुलडोजर शहर के कचहरी रेलवे जंक्शन के करीब अतिक्रमणकारियों की दुकाने और घर तोड़ने पहुँच गया. दुकानदारों और घर मालिकों ने अपनी दुकान और घर पर बुलडोजर चलाने से प्रशासन को मना किया तो पुलिस वालो ने लाठी चार्ज कर दिया. जिसके बाद लोगों ने अतिक्रमण हटाओं अभियान की टीम पर हमला कर दिया और जमकर पथराव व रोड़ेबाजी की. जिसमे कई पुलिस जवानो के साथ साथ सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा चोटिल हो गये. वहीं घटना के बाद से पुलिस ने वहां कई चक्र गोलियां भी चलाई.

बताया जाता है कि सीवान नगर परिषद् की नयी बोर्ड ने शहर में सड़क जाम की समस्या को खत्म करने के लिए शहर के बबुनिया मोड़ से लेकर श्रीनगर मोड़ तक सड़क के चौड़ी करण का मैप बनाकर जिला प्रशासन के सुपुर्द किया. जिसके बाद जिला प्रशासन नगर परिषद् के इशारे पर वैसे लोगों की दुकाने और घर उजाड़ने में जुट गया जो वर्षो से अपनी मकान और दूकान वहां स्थापित किये थे. लोगों ने इसके विरोध में नगर परिषद् के सभापति के पति से लेकर कार्यपालक पदाधिकारी और प्रशासनिक पदाधिकारियों तक गुहार लगायी थी. लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी और जिला प्रशासन का बुलडोजर सभी के आशियानों और प्रतिष्ठानों को कबाड़ने में जुट गया. गुरूवार को इसी कड़ी में जब कचहरी रेलवे स्टेशन के समीप बने घरों और उनमे स्थापित दुकानों को बुलडोजर और जेसीबी मशीन की सहायता से ध्वस्त करने का काम शुरू हुआ तो लोगों के कलेजे बाहर आने लगे. सूत्रों की माने तो जब लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया तो पुलिस कर्मी घर में घुस महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनके साथ मारपीट करने लगे. जिसके बाद जनाक्रोश भड़क गया और लोगों ने प्रशासन की टीम पर रोड़ेबाजी और पथराव कर डाली. जिसमे सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा समेत कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गये. वहीं घटना के बाद से पुलिस ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी. पुलिस के हमले और मारपीट में कई स्थानीय लोगों के साथ राहगीरों के भी घायल होने की सुचना है. जो लोग पुलिस के भय से निजी क्लीनिको में अपना उपचार करा रहे हैं. वहीं पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमे बच्चे और वृद्ध के साथ साथ महिलाएं भी शामिल हैं.

गौरतलब है कि सीवान शहर में कई मार्केट हैं. लेकिन पुरे शहर में किसी भी मार्किट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. आश्चर्यजनक बात यह है कि इन मार्केटो में बड़ी बड़ी ब्रांडेड कम्पनियों की दुकाने भी है. जिन दुकानों की एजेंसी अथवा फ्रेंचाईजी लेने के लिए सबसे पहली शर्त पार्किंग प्लेस की होती है. लेकिन सीवान में इन सभी अनिवार्य शर्तो को ताक पर रख सभी कंपनियों की दुकाने खुली हैं. नतीजतन, लोग अपनी गाड़ियों से खरीदारी करने आते हैं और अपनी गाड़ियों को सड़को पर इधर-उधर लगा कर शॉपिंग करने चले जाते हैं. सडक पर लगी इन गाड़ियों से सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इस बीच कई गाड़ियों पर वाहन चोर गिरोह भी हाथ साफ़ कर लेते हैं तो कई गाड़ियों को पुलिस वाले नजराना वसूलने के लिए नो पार्किंग प्लेस में खड़ी होने की बात कह जब्त कर थाने में लेकर चले जाते हैं. सीवान नगर परिषद् और जिला प्रशासन ने शहर में जाम से मुक्ति के लिए शहर के शॉपिंग क्म्पेक्सों और मार्केट मालिकों को पार्किंग की व्यवस्था किये जाने का निर्देश देने के बजाये अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर छोटे-छोटे दुकानदारों और होटलों व घरो को निशाना बना कर उन्हें तोड़ने का फरमान जारी कर दिया. जिसका नतीजा गुरूवार को देखने को मिला. हालाकि घटना के बाद से एकबार फिर प्रशासन की टीम अपने कथित अतिक्रमण हटाओ अभियान में जुट गयी है.

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