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सीवान : विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस पर उपभोक्ता फोरम में संगोष्ठी का आयोजन

सीवान में विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर जिला उपभोक्ता फोरम (आयोग) में आयोग के अध्यक्ष लाल बहादुर सिंह की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया.

विदित हो कि 15 मार्च को प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष का विषय प्लास्टिक के एकल प्रयोग को रोकना है. इसके अनुसार उपभोक्ताओं को प्लास्टिक के प्रयोग को बंद करने हेतु जागरूक करना है. इस अवसर पर पूर्व सदस्य रामजी सिंह ने बताया कि विषय से ही स्पष्ट होता है कि प्लास्टिक का प्रयोग प्रकृति के लिए एवं मानवता के लिए घातक है.

वहीं पूर्व महिला सदस्य रामवती यादव ने बताया कि प्लास्टिक के प्रयोग से पर्यावरण को बहुत बड़ा नुकसान पहुंच रहा है, जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. प्लास्टिक हमारे खेतों, नदियों, नालों, तालाबों और समुद्र को प्रदूषित कर रहा है. यही नहीं लाखों पशु प्लास्टिक खाने से मर रहे हैं जो अत्यंत चिंता का विषय है. वरीय अधिवक्ता राजीव रंजन राजु ने प्लास्टिक कचरे से हो रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी संस्थाएं एवं गैर सरकारी संस्थाएं प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए काम कर रही हैं जो पर्याप्त नहीं है. इसी संदर्भ में सभा के अध्यक्ष ने इसे एक अत्यंत गंभीर विषय बताते हुए कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार यदि समय रहते प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक नहीं लगाई गई तो 2040 तक केवल प्लास्टिक से इस पृथ्वी पर चौगुना प्रदूषण फैलेगा. ऐसी स्थिति में 2050 तक समुद्र में समुद्री जीवो से ज्यादा प्लास्टिक कचरा होगा. एक रिपोर्ट के अनुसार लगभग अस्सी लाख टन प्लास्टिक कचरा समुद्र में प्रति वर्ष गिर रहा है, जिससे लाखों की संख्या में समुद्री जीवो की मृत्यु हो रही है. ऐसे में आवश्यकता है कि उपभोक्ता रोज की खरीददारी में प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें और लोगों को इसके लिए जागरूक करें. इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि उपभोक्ता अधिकारों के तहत प्लास्टिक के प्रयोग बंद करने की बात कही गई है. हमे इसे अत्यंत गंभीरता से लेना चाहिए। श्री सिंह ने अंत में कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण से होने वाले खतरे से लोगों को आगाह कराया जाए. विश्व स्तर पर प्लास्टिक के प्रयोग को बंद करने का अभियान चलाया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि हम किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे और लोगों को इसके प्रयोग बंद करने के लिए व्यक्तिगत एवं सामाजिक स्तर पर जागरूकता चलाएंगे, जिससे प्रकृति एवं पर्यावरण को हो रहे नुकसान को रोका जा सके.

मौके पर इस आयोग कर्मी अशोक कुमार राय, राजीव कुमार गौतम, मोहम्मद यूसुफ, अजय कुमार यादव, इरफान आलम, ललिता कुमारी, आशा देवी, सुनीता कुमारी, सुभावती कुशवाहा, वरीय अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह, जयप्रकाश नारायण सिंह, सौरभ कुमार सिंह, विजय कुमार पांडेय, विजय तिवारी एवं शैलेंद्र कुमार सिंह समेत भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव रत्नेश कुमार समेत कई बुद्धिजीवी उपस्थित रहें. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).

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