सीवान : सात महीने से बंद दाहा नदी पुल हुआ शुरू, एसडीओ के मौजूदगी में इंजीनियरों ने किया बैरिकेडिंग
सीवान जिले के लाइफ लाइन कहे जाने वाले दाहा नदी पुल पर शुक्रवार से आवागमन शुरू कर दिया गया. जिसके पूर्व पटना से आई पुल निगम की टीम ने सात फीट का बैरिकेडिंग पुल के दोनों तरफ किया गया ताकि बड़े वाहनों का आवागमन नहीं हो सके.
एसडीओ रामबाबू बैठा ने बताया कि विभाग के द्वारा अगले दिन के लिए टाला जा रहा था, लेकिन त्वरित कार्रवाई करते हुए पुल को शुरू कर दिया गया. दोनों तरफ से ईंट की दीवार को तोड़ दिया गया. रास्ता को बिल्कुल सामान्य कर दिया गया. पुल पर आवाजाही से व्यवसायियों में भी खुशी देखी जा रही है. शहर के व्यवसायियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का आवागमन कम हो गया था। व्यापार पर असर पड़ा था.
जेसीबी से की गई साफ सफाई
दाहा नदी पुल पर आवागमन शुरू करने से पहले दोनों तरफ जेसीबी से साफ सफाई कराई गई. जिससे बाइक चालकों को परेशानी नहीं झेलनी पड़े. पथ निर्माण विभाग के सीनियर अभियंता सुशील कुमार ने बताया कि मुंबई से रिपोर्ट मंगलवार की शाम में ही आ गई थी. जिसके बाद पुल पर आवाजाही के लिए निर्णय लिए गए. अब किसी भी तरह की पुल पर परेशानी नहीं है. तीनों खंभों पर मजबूती के साथ काम हुआ है. पुल के दोनों ओर करकट के लगाए गए बैरिकेडिंग को भी तोड़ दिया गया। कुछ हिस्सों में मिट्टी डालकर घेराव किया गया था। उसे भी जेसीबी से कटाव कर साफ कर दिए गए हैं.
व्यापारियों में बढ़ी खुशी
शहर के लाइफ लाइन शुरू होने से शहर समेत जिले के सभी व्यापारियों में सकारात्मक खुशी देखा जा रहा है. शहर के व्यवसाई मोनू गुप्ता, निलेश वर्मा, शशिकांत दुबे, राहुल चौरसिया, भीम कुमार, संजय कुमार, सुनील कुमार, महेश कुमार, अर्जुन चौधरी, अशोक सिंह, राजन तिवारी, अवधेश तिवारी, भोला सिंह, राहुल सिंह, अवतार महतो, रामचंद्र सिंह, अभय सिंह, राजेश कुमार सिंह ने बताया कि फूल शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का आवागमन शुरू हो जाएगा. लगन का समय चल रहा है. अच्छे बिक्री हो जाएगी। पिछले सात महीनों से बिक्री में काफी गिरावट आई है. व्यापारियों को यूपी के तरफ से माल लाने और ले जाने में बहुत परेशानी हो रही थी. पूरे आठ किलोमीटर का रास्ता तय करके शहर में वाहन आते थे, जिसकी परेशानी अब समाप्त हो गई.
छात्रों में भी दिखी खुशी
दाहा नदी पुल के उस पार चार से पांच कालेज व कोचिंग संस्थाएं हैं. जिसमें पढ़ने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों छात्रों का आवाजाही इसी पुल से होना है लेकिन क्षतिग्रस्त पुल होने की वजह से बाइक और साइकिल से आवागमन नहीं हो रहा था. जिसको लेकर छात्रों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही थी. छात्र अजमेर खान, शमशेर, राहुल, गुड्डू, शिवम, सत्यम राज, अजय कुमार, अभय कुमार, अनूप श्रीवास्तव, रितेश कुमार, नितेश तिवारी, अंकित कुमार, निशु कुमारी, सुरभि कुमारी, मोनालिसा कुमारी, प्रीति कुमारी, जूही सिंह, अंजली कुमारी, मिनी सिंह, सरिता कुमारी, रीता पल्लवी यादव, सोनी कुमारी, नेहा कुमारी, आकांक्षा कुमारी, रागिनी कुमारी, संजू श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतिदिन हाईवे होकर कोचिंग कॉलेज जाना होता था. सुबह के समय हमेशा डर बना रहता था, क्योंकि बड़े वाहनों का आवाजाही के कारण सड़क बहुत व्यस्त होता था. सड़क दुर्घटनाएं की डर बना रहता था. हाईवे पर हमेशा लूटपाट जैसी घटनाएं घटित होती थी। जिससे अभिभावक भी हमेशा चिंता में रहते थे लेकिन शुक्रवार को दाहा नदी पुल शुरू हो जाने से हम सभी लोग खुश हैं. अभिभावक भी चिंता से मुक्त हो गए.
दूर जाने वाले क्षेत्रों को होगी आसानी
शहर से होकर गोपालगंज, मैरवा मोतिहारी, बलिया समेत अनेक क्षेत्रों में जाने के लिए राहगीरों को आसानी हो गई. ऑटो चालक ई-रिक्शा को अब सवारियों के लिए परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी. ऑटो चालक शहाबुद्दीन खान सलामुद्दीन ने बताया कि दाहा नदी पुल बंद होने से सवारी भी नहीं मिल रहा था क्योंकि सवारी उधर से ही निकल जा रहा था. जैसे तैसे करके घर परिवार का खर्चा चल रहा था. पटेल चौक के समीप गाड़ी खड़ी करते थे तो पुलिस भगाती थी. इन सात महीनों में बहुत परेशानी झेलनी पड़ी है. आवाजाही शुरू होने से सवारी भी भरपूर मिलेगा. गांव से भी लोग आएंगे. परिवार भी आसानी से चला लिया जाएगा. फुटपाथी दुकानदारों ने कहा कि हमलोग पुल के उस पार चले गए थे, जब भी पुलिस आती थी तो दुकान हटाना पड़ता हैं, अब बेहतर आमदनी होगा. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).
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