गोरखपुर बच्चों की मौत मामले के विरोध में भाकपा (माले) ने निकाला राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद मार्च
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में सोमवार को भाकपा माले द्वारा यूपी के गोरखपुर में ऑक्सीजन के अभाव में हुयी 64 बच्चों की मौत के विरोध में राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद मार्च निकाला गया. जिला भाकपा माले कार्यालय से निकले इस प्रतिवाद मार्च ने पुरे शहर में घूम घूम कर प्रदर्शन किया और घटना के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेवार बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की गयी.
गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जापानी इन्सेफलाईटिस से पीड़ित 64 बच्चों की ऑक्सीजन की कमी से हुयी मौत मामले में सीवान में भाकपा माले ने जोरदार प्रदर्शन किया. भाकपा माले के जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में इस राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद मार्च ने पुरे शहर में घूमते हुए केंद्र और यूपी की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं जिला सचिव नैमुद्दीन अंसारी ने कहा कि आज भारत आजादी के 70 सालो का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है जबकि आज भी गरीबों के बच्चे इलाज के अभाव में मर रहे हैं. उन्होंने गोरखपुर की घटना के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कुसूरवार ठहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को ये नहीं पता कि जापानी इन्सेफलाईटिस बिमारी से बच्चों को कैसे बचाया जा सकता है लेकिन उन्हें यह पता रहता है कि यूपी के किस मदरसे में वन्दे मातरम नहीं बोला जाता. उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्टाफ का वेतन और जरुरी सेवाओं की वस्तु की खरीदारी के लिए फंड नहीं दिए जाने के लिए योगी सर्कार के साथ साथ केंद्र की मोदी सरकार भी जिम्मेवार है. इस घटना को नरसंहार का नाम देते हुए भाकपा माले जिला सचिव ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अविलम्ब इस्तीफा की मांग की.
प्रतिवाद मार्च में पूर्व पार्षद सुजीत कुशवाहा, हंस्त्नाथ राम, गौतम पाण्डेय, रमेश प्रसाद, मनन प्रसाद, पिंटू कुमार, राजेश गुप्ता, विकास यादव, रमाशंकर चौरसिया व जयकरण महतो आदि सैकड़ो माले नेता और कार्यकर्त्ता शामिल रहें.
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