सीवान : करंट लगने से पकड़ी पंचायत के मुखिया की मौत, परिजनों में मचा कोहराम
सीवान || जिले के हसनपुरा प्रखंड के मंद्रापाली गांव निवासी हरिशंकर यादव के 50 वर्षीय पुत्र व पकड़ी पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रभुनाथ यादव की मंगलवार की अपराह्न करीब 2 बजे बिजली के करंट लगने से मौत हो गई.
बताया जाता है कि मुखिया अपने घर के अहाते में ट्रेक्टर से मिट्टी डलवा रहे थे, जहां पहले से टूटे बिजली तार को पास स्थित अमरुद के पेड़ के डाल में लपेटकर तार को जोड़ने के लिए वही खड़ा होकर लाइन मिस्त्री का आने का प्रतीक्षा कर रहे थे, तभी पेड़ की संपर्क में आ गए, जिससे करंट लग गया. वहीं पास खड़े लेबर ने कुदाल की बेंट से तार को हटाते हुए परिजनों की आवाज दी, जहां आवाज सुन घर के महिला सहित पुरुषों ने दौड़ते हुए मूर्क्षित मुखिया के शरीर में राख का लेप लगाया. उसके बाद इलाज के लिए दारौंदा स्थित निजी क्लिनिक ले गए, जहां स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सकों ने सीवान सदर अस्पताल भेज दिया.
वहीं सदर पहुंचने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. जैसे ही मौत की सूचना परिजनों को लगी, परिजनों में चीख-चीत्कार मच गया. सभी दहाड़ मारकर रोने-बिलखने लगे. इधर, मुखिया की करंट लगने से हुई मौत की घटना के बाद पूरे गांव सहित आसपास के पंचायतों में शोक की लहर दौड़ गई. मृतक पांच भाई व तीन बहनों में सबसे बड़े थे. उनके दो पुत्र व तीन पुत्रियां हैं. सबसे बड़ी पुत्री है.
मौत की घटना के बाद मुखिया के दरवाजे पर उमड़ी लोगों की भीड़
पकड़ी के मुखिया प्रभुनाथ यादव के मौत के बाद उनके सगे संबंधियों सहित आसपास पंचायत के जनप्रतिनिधियों का भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई के जुबान से एक ही बात सुनने को मिली, मुखियाजी बहुत मिलनसार प्रवृत्ति के व्यक्ति थे. मुखिया रहते अपने कार्यकाल में हर वर्ग के लोगों के दुःख सुख सहित उनके कार्यों को बखूबी निभाया है. इतना ही नही राजनीति में भी काफी सक्रिय थे. भारतीय जनता पार्टी में 2017 से 2023 तक हसनपुरा पूर्वी मंडल अध्यक्ष थे. जहां अपने कार्यों को बेखूबी निभाते हुए पार्टी हित में कार्य किया। वर्तमान में पार्टी के जिला कार्य समिति के सदस्य भी थे.
वर्ष 2003 में राजनीतिक में कदम रखा
बीते वर्ष 2001 में मुखिया नौसेर सांइ की हत्या के बाद ढाई साल बाद हुए उप चुनाव में प्रभुनाथ यादव चुनाव जीते थे. उसके बाद दो टर्न लगातार मुखिया रहे. तभी वर्ष 2016 में मंद्रापाली पंचायत सुरक्षित सीट होने पर बगल के पंचायत पकड़ी से 2016 में पंचायत चुनाव लड़ा था, जहां उनको हार का सामना करना पड़ा था. उसके बाद 2021 में हुए पंचायत चुनाव में पकड़ी पंचायत के मुखिया निर्वाचित हुए थे. दिवंगत मुखिया पूर्व सांसद ओम प्रकाश यादव के बहुत करीबी थे. इस घटना से पूरे प्रखंड क्षेत्र में शोक की लहर है. (सेंट्रल डेस्क).
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