सीवान : बड़हरिया में पुलिस और प्रशासन ने दर्जनों मजदूरों को ईंट-भट्ठा मालिक से कराया मुक्त
सीवान || जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के मीर सुरहिया गांव स्थित सोनू ईंट भट्ठा मालिक से मानवाधिकार आयोग एवं अति पिछड़ा वर्ग आयोग नई दिल्ली और अनुमंडल पदाधिकारी सीवान के आदेश पर अंचलाधिकारी सरफराज अहमद, थानाध्यक्ष रूपेश कुमार वर्मा व लेबर ऑफिसर ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के दर्जनों मजदूरों को परिवार सहित मुक्त कराया.
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के जिला बरेली, थाना नवाबगंज, गांव नवाबगंज निवासी राजवखत का पुत्र अबरार ने ईंट भट्ठा मालिक रियाज व मुंशी के खिलाफ मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली एवं पिछड़ा वर्ग आयोग नई दिल्ली को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई थी. अपने लिखित आवेदन में उसने अनुसूचित जाति के गरीब महिला पुरुष मजदूरों को बंधक बनाकर जबरन काम करवाने एवं नाबालिक बच्चों से काम करवाने एवं मजदूरों को बीमारी की हालत में डॉक्टर के पास न जाने देना, मजदूरों का मानसिक शारीरिक उत्पीड़न करने इट भट्ठा मालिक एवं उसके कर्मचारियों द्वारा जान से मारने का आरोप लगाते हुए पुलिस सुरक्षा में एट भट्ठा पर काम करने वाले सभी मजदूरों को अपने-अपने घर भिजवाने का गुहार लगाया गया था. जिसका संज्ञान लेते हुए आयोग ने अनुमंडल पदाधिकारी सिवान को निर्देशित किया था. आयोग के निर्देश को पालन करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी सीवान द्वारा अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष व लेबर ऑफिसर बड़हरिया को आदेश देते हुए ईट भट्ठा पर बंधक बनाए गए मजदूरों को स परिवार मुक्त कराने एव सुरक्षा में घर भेजने का आदेश दिया था. आयोग एवं अनुमंडल पदाधिकारी सीवान का आदेश मिलते हीं बुधवार को अंचलाधिकारी सरफराज अहमद थानाध्यक्ष रूपेश कुमार वर्मा एवं लेबर ऑफिसर मीर सुरहिया स्थित सोनू ईट उद्योग पहुंचे और लगाए गए आरोपों की जांच पड़ताल की.
जांच के बाद अंचलाधिकारी ने बताया कि जांच में सभी मजदूरों द्वारा लगाए गए आरोप गलत पाया गया. जिसका मौके पर वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है. लेकिन आयोग के आदेश को पालन करते हुए ईट भट्ठा मालिक से सभी मजदूरों को नगद राशि की भुगतान करा कर सुरक्षित उनके घर तक का टिकट खर्च दिलवाकर वापस घर भेज दिया गया. वहीं अंचलाधिकारी ने बताया कि ईट भट्ठा मालिक द्वारा दो लाख रुपए ठिकेदार को देकर मजदूर को लाया गया था, लेकिन पांच से 10 दिनों में पूरा पैसा लेने के बाद आयोग में शिकायत दर्ज करवा कर लेबर को वापस बुलाने का रैकेट चल रहा है. इसके पहले भी खोरी पाकड़ में ईट भट्ठा मालिक पर ऐसा ही आरोप लगाया गया था, लेकिन जांच में आरोप गलत पाया गया था. (राकेश रंजन गिरी की रिपोर्ट).