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सीवान में लोगों को जल्द मिलेगी महंगे एलपीजी सिलिंडर से निजात, मोहिद्दीनपुर में बैठेगा बायो गैस प्लांट

अभिषेक श्रीवास्तव

सीवान में अब बहुत जल्द लोगों को महंगे एलपीजी गैस खरीदने से राहत मिलने वाली है. वैकल्पिक उर्जा कम्पनी के क्षेत्र में अग्रणी फ़ीनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप ने सीवान में बायो गैस के प्लांट लगाने का निर्णय लिया है. कम्पनी सीवान जिले के मशहूर उद्योगपति और ख्वाजा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन शेख मंसूर आलम के साथ साझा रूप से इस प्रोजेक्ट पर काम करेगी.

रविवार को सीवान परिसदन में प्रेस वार्त्ता के दौरान फ़ीनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप की असिस्टेंट मैनेजर व बिहार इंचार्ज मिस सविता सिंह ने इस बात की जानकारी दी. सविता सिंह ने बताया कि फ़ीनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप ने सीवान शहर के मोहिद्दीनपुर गाँव में अपना प्लांट लगाने जा रही है. जिसके लिए जदयू नेता और एफसीआई गोदाम के मालिक शेख मंसूर आलम फ्रेंचाईजी होल्डर के रूप में अपनी जमीन दे रहे हैं. सविता सिंह ने बताया कि इस प्लांट के अंतर्गत गाय के गोबर और अन्य कचरे को रिफाईन कर उससे गोबर गैस यानी बायो गैस बनाया जायेगा. उन्होंने गोबर से तैयार बायो गैस के शत प्रतिशत शुद्ध और विस्फोटक रहित बताते हुए कहा कि इस गैस और उसके प्लांट से मानव जीवन को किसी प्रकार का खतरा नहीं है लिहाजा, इसका प्लांट आबादी वाले इलाके में भी सहजता से लगाया जा सकता है.

बायो गैस की खासियत बताते हुए फ़ीनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप की असिस्टंट मैनेजर व बिहार इंचार्ज सविता सिंह ने कहा कि यह आम आम घरेलु गैस की तुलना में काफी सस्ता और सुलभ रूप से उपलब्ध होगा. उन्होंने बताया कि घरेलु गैस के रूप में प्रयोग के लिए सीवान में साढ़े सात किलो, 10 किलो व 15 किलो वाले सिलिंडर तैयार किये जायेगें. उपभोक्ता को प्रति किलो गैस 20 रूपये की दर से मिलेगा.  उन्होंने अगले छ: महीने के अन्दर सीवान में इसके प्लांट के निर्माण कार्य को शुरू कर दिए जाने की बाते कही.

वहीं ख्वाजा एग्रो लिमिटेड के चेयरमैन शेख मंसूर आलम ने कहा कि बायो गैस के प्लांट लगने के बाद प्रखंड स्तर पर इसकी एजेंसी उपलब्ध कराई जायेगी ताकि हर घर तक इसकी पहुँच हो सके. मंसूर आलम ने कहा कि बायो गैस के प्लांट से न सिर्फ जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा बल्कि जिले के पशु पालकों के उनके पशुओं द्वारा उत्सर्जित गोबर की बिक्री से आर्थिक मदद भी मिलेगी.

गौरतलब है कि फ़ीनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप द्वारा कोलकाता में हाल ही बायो गैस से चलने वाली बसों का परिचालन शुरू किया गया है. जिसका न्युनत्तम एक रुपया किराया है. अभी ये बसे पुरे वेस्ट बंगाल सहित उड़ीसा और सिलीगुड़ी में चल रही हैं. कम्पनी असम और त्रिपुरा में भी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. प्रेसवार्त्ता के दौरान फ़ीनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप की असिस्टेंट मैनेजर सह बिहार इंचार्ज सविता सिंह के अलावें उनकी सहायक मोमिता विश्वास, कम्पनी के बिहार मार्केटिंग हेड और फिल्म अभिनेता शहीद शम्स और सीवान में कम्पनी की फ्रेंचाईजी होल्डर मंसूर आलम मौजूद रहें.

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