सीवान : नई शिक्षा-नीति के खिलाफ आइसा का दूसरे दिन भी अनशन जारी
सीवान में आइसा के दो दिवसीय भूख हड़ताल 4 जुलाई 2023 से शुरू हुआ, दूसरे दिन भी भूख हड़ताल पर आइसा प्रदेश उपाध्यक्ष विकास यादव, आइसा जिला सचिव अनीश कुमार, आइसा गुठनी प्रखंड अध्यक्ष इंद्रजीत कुशवाहा, आइसा नेता धर्मेंद्र कुमार, सुनील यादव, रवि यादव बैठे रहें.
भूख हड़ताल को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा के प्रदेश सह सचिव जयशंकर पंडित ने कहा कि देश की मौजूदा सरकार छात्र विरोधी है, कोरोना महामारी में नई शिक्षा नीति लाकर देश के किसान मजदूर के बच्चे को शिक्षा से वंचित कर रहा है. छात्रों को एक सस्ता मजदूर बनने वाला है ये न्यू शिक्षा प्राणली. भूख हड़ताल को संबोधित करते हुए आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष विकास यादव ने कहा कि बिहार में चार सालाना स्नातक कोर्स लागू किया जा रहा है. संसद के बिना बहस किए अलोकतांत्रिक ढंग से लाई गई नई शिक्षा नीति 2020 को बिहार में राज्यपाल के सहारे भाजपा लागू करने में जुटी हुई हैं. बिहार में शिक्षिण संस्थान शिक्षक कर्मचारियों की कमी, पुस्तकालयों की कमी, जर्जर भवन, समुचित पेयजल का अभाव से जूझ रहे हैं. इंकलाबी नौजवान सभा के पूर्व जिला अध्यक्ष योगिंद्र यादव ने कहा कि राज्य के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में सेशन लेट और कक्षाओं के नियमित संचालन नहीं होना गंभीर समस्या बना हुआ है. इस तरह बदहाल एवम संसाधनों की कमी से जूझ रहे शैक्षणिक संस्थानों में CBSE व FYUP थोपना बिहार के गरीब-दलित व पिछड़ों के लिए विश्वविद्यालयों के दरवाजे बंद करने की साज़िश है. आइसा बिहार के विश्वविद्यालयों में थोपी गई नई शिक्षा नीति 2020 को समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़े गरीब- दलित वांछित तबकों से आने वाले छात्र-छात्राओं को कैम्पस से बेदखली की साज़िश के रूप में देखता है.
मौके पर मुन्ना यादव, ज्ञाशुदीन, मंटू, राजेश पासवान ,प्रिंस पासवान मनु व सोनू कारण सहित दर्जनों लोग मौजूद रहें. (अभिषेक श्रीवास्तव की रिपोर्ट).
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