सीवान : कोरोना संक्रमण को लेकर अधिवक्ताओं ने किया वर्चुअल कोर्ट का समर्थन
सीवान में कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण और उसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन नही लगाए जाने को लेकर शनिवार को अधिवक्ताओं ने एक बैठक की जिसके बाद जिला अधिवक्ता संघ द्वारा 13 जुलाई से लेकर 22 जुलाई तक न्यायालय में वर्चुअल मोड में कार्य करने का निर्णय लिया गया. ताकि न्याय व्यवस्था से जुड़े समस्त लोगो एवम न्यायालय परिसर को जानलेवा कोरोना महामारी से संक्रमित होने से बचाया जा सके.
बता दें कि बैठक की अध्यक्षता संघ अध्यक्ष पांडेय रामेश्वरी प्रसाद ने की. बैठक में अधिवक्ताओं द्वारा सीवान जिले तथा विशेषकर नगर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही संख्या पर चिंता जताई गयी और इस विषम परिस्थिति में न्यायालय के संचालन पर विशेष विचार विमर्श किया गया. अधिवक्ताओ ने सर्व सम्मति से न्यायालय के वर्चुअल संचालन का समर्थन किया. बढ़ते संक्रमण को लेकर संघ सदस्यो ने फिजिकल उपस्थिति को बंद करने का निर्णय लिया. साथ ही साथ अधिवक्ताओ ने न्यायालय के कर्मचारियों की कार्यशैली पर क्षोभ जताते हुए कहा कि एक दिन पूर्व ही अधिवक्ताओ को न्यायालय का नाम, तिथि ई-मेल या व्हाट्स पर दे जाय ताकि दीवानी मुकदमे के आवेदन भी ई मेल अथवा व्हाट्सएप्प के द्वारा दिया जाय और इस संबंध में जिला जज को अवगत कराया जाय.
संघ सचिव प्रेम कुमार सिंह ने संघ के निर्णय से सभी को अवगत कराया कि फिलहाल, प्रयोग के तौर पर 13 जुलाई से 22 जुलाई तक न्यायालय का वर्चुअल संचालन होगा. वर्चुअल व्यवस्था का मुख्य मकसद है कि कोई भी अधिवक्ता न्यायालय परिसर में नही आए और संभावित संक्रमण से बचे. आगे के लिये पुनः बैठक कर निर्णय लिया जाएगा.
इस अवसर पर वरीय अधिवक्ता सुभाष्कर पांडेय, बृजमोहन रस्तोगी, वीपेंद्र कुमार वर्मा, ठाकुर ज्वाला प्रसाद, रविंद्र कुमार, मदन मोहन मौर्य, नंद लाल प्रसाद, सुनील दत्त शुक्ला, शिवनाथ सिंह, अशोक कुमार सिंह, रजनी रंजन त्रिवेदी, अरविंद कुमार त्रिपाठी, लल्लन सिंह, अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, अमित कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, बलराम प्रसाद, रवि कुमार, राजू मिश्रा, कुमार राजीव रंजन, बृजेश कुमार दुबे, जय नाथ सिंह, डॉ विजय कुमार पांडेय, चंद्रशेखर सिंह, मनोज कुमार अनूप, अरविंद कुमार सिंह, रिजवान अहमद, अंजनी कुमार सिंह, अमरेश कुमार सिंह, प्रकाश मिश्रा, नवीन कुमार सिंह व संगीता जी समेत सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित थे. (सेंट्रल डेस्क).
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