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सहरसा : पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ने तीन परियोजनाओं का किया उद्घाटन

सहरसा में शनिवार को पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक पहुंचे, जहां उनका स्वागत स्काउट एंड गाइड के बच्चों ने तिलक और आरती उतारकर स्वागत किया. वहीं महाप्रबंधक ने तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया.

बता दे कि महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने सहरसा स्टेशन पर नवनिर्मित ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट का नारियल फोड़ कर उद्धघाटन किया. वाशिंग प्लांट में 24 कोच की रेक की सफाई मात्र 7-8 मिनट में पूरी कर ली जाएगी. इसकी प्रमुख विशेषता यह है कि सफाई में लगने वाले 80% पानी को रिसाइकिल कर इसे दुबारा उपयोग में लाया जा सकेगा. इससे कम समय में अधिक से अधिक ट्रेनों की उच्च गुणवत्तायुक्त सफाई हो सकेगी. साथ ही पानी की बचत से पर्यावरण संरक्षण में भी यह मददगार होगा. पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने सहरसा स्टेशन पर बच्ची द्वारा फीता कटवाकर एफओबी और कोच गाइडेंस सिस्टम का उद्धघाटन किया. महाप्रबंधक ने सहरसा स्टेशन पर विभिन्न यात्री सुविधाओं का जायजा भी लिया. इससे वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांगजन विशेष लाभान्वित होंगे. साथ ही संरक्षा में वृद्धि होगी.

गौरतलब है कि यह ऑटोमेटिक वाशिंग प्लांट बिहार का पहला है. इसके अलावे समस्तीपुर मंडल का पहला ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट जिसका आज विधिवत उद्घाटन किया गया है. जिससे कम समय मे सफाई का काम सम्पन्न किया जाएगा. इसके बाद महाप्रबंधक ने फुटओवर ब्रिज का फीता काटकर उद्घाटन किया. इस फुट ओवर ब्रिज के बन जाने से यात्रियों को काफी सुविधाएं होगी. इसके अलावा महाप्रबंधक ने यात्रियों की सुविधा के लिए कोच इंडिकेशन बोर्ड का उद्घाटन किया. इस अवसर पर प्रधान महाप्रबंधक के द्वारा अच्छे काम करने वाले तीन रेल कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर के सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए महाप्रबंधक ने बताया कि आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी का सपना साकार हो रहा है. उन्होंने ही 87 वर्ष ध्वस्त हुए कोसी महासेतु की नींव रखी थी. जिसको भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काफी तेजी से कार्यरूप दिया गया. मोदी जी ने पिछले साल कोसी महासेतु का उद्घाटन किया था और कहा था कि जल्द ही कोसी और मिथिलांचल एक हो जाएंगे कल तक जहां लोगों को सहरसा आने के लिए और सहरसा के लोगों को मिथिलांचल जाने के लिए ढाई सौ किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी. अब महज दो से ढाई घंटे में दरभंगा पहुंच जाएंगे. उन्होंने ने कहा कि 87 साल बाद रेल रूट से फिर जुड़ जाएंगे मिथिला के दोनों इलाके.

पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि कोरोना काल मे रेलवे का काम निर्मली, दरभंगा के बीच काफी मेहनत से इस काम को सम्पन्न करवाया गया. जिसे आज मूर्त रूप दिया जा रहा है. इसके बाद महाप्रबंधक सैलून के साथ दरभंगा के लिए निकल पड़े. (राजा कुमार की रिपोर्ट).

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