सहरसा : जिला स्तरीय स्वीप प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का डीएम ने किया उद्घाटन
सहरसा में शुक्रवार को मतदाता जागरूकता को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने सहरसा प्रेक्षागृह के सभागार में आयोजित जिलास्तरीय स्वीप प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया.
इस अवसर पर डीएम ने कहा कि मतदाता जागरूकता की गतिविधियों के आयोजन में स्वीप की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. विगत निर्वाचन में जिले का मतदान प्रतिशत 58 से 10 प्रतिशत अधिक प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है. सहरसा जिले का स्वीप का लोगो आज जारी किया गया है. इस लोगो का उपयोग मतदाता जागरूकता अभियान में व्यापक रूप से किया जाएगा. इस लोगो में सहरसा जिला का एतिहासिक मत्स्यगंधा झील को प्रदर्शित किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के द्वारा मताधिकार हीं ऐसा अधिकार है जो सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के प्रदान किया गया है. लेकिन मात्र 50-60 प्रतिशत मतदाता हीं इस अधिकार का प्रयोग करते हैं. सभी मतदाताओं को प्रेरित करते हुए मतदान की प्रक्रिया में उनकी भागदारी सुनिश्चित कराने में स्वीप की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है. अभी भी काफी संख्या में नये एवं योग्य छूटे हुए मतदाताओं का पंजीकरण प्राथमिकता है.
डीएम ने कहा कि कोविड-19 के कारण जो प्रवासी श्रमिक जिला में आये हैं उनका भी शत-प्रतिशत नाम निर्वाचक सूची में पंजीकरण कराया जाना है. उन्होंने कहा कि स्वीप गतिविधियों के माध्यम से मतदाता जागरूकता अभियान चलाते हुए सभी योग्य मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में पंजीकृत करायें, यह स्वीप के अंतर्गत पहली प्राथमिकता है. इसके बाद निर्वाचन की घोषणा होने के पश्चात सभी पंजीकृत मतदाताओं की मतदान में भागीदारी के लिए सघन एवं व्यापक मतदाता जागरूकता अभियान स्वीप के अंतर्गत चलायें. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सहरसा जिला में 50 हजार जीविका दीदी हैं, यदि एक जीविका दीदी पच्चीस मतदाताओं को प्रेरित करती है तो जिले के सभी मतदाता तक आप पहुंच सकते हैं. इसी प्रकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षा विभाग के प्रेरक, बीएलओ एवं अन्य कमी भी डोर टू डोर एवं स्वीप गतिविधियां के अंतर्गत कार्यक्रम के आयोजन के माध्यम से मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करें. सहरसा जिला के चार प्रखंड कोशी नदी के दियारा क्षेत्र आते हैं जहां 211 मतदान केन्द्र अवस्थित है. इन मतदान केन्द्रों पर विशेष मतदाता जागरूकता अभियान चलायें. साथ हीं लो वोटर टर्नआउट वाले मतदान केन्द्रों को लक्षित कर कारणों का पता लगाते हुए वहां भी विशेष जागरूकता अभियान चलाकर मतदाता को मतदान के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि मीडिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका मतदाताओं को जागरूक करने में है.
जिला स्तरीय स्वीप प्रषिक्षण-सह- कार्यशाला में भाग लेने वाले शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी तथा सभी केआरपी, बीआरपी, आईसीडीएस की सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, महिला पर्यवेक्षिका एवं आंगनबाड़ी सेविका, जीविका के प्रखंडस्तरीय कर्मीगण एवं जीविका दीदियों को लघु वीडिओ फिल्म, पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण एवं स्वीप गतिविधियों के आयोजन के संबंध में दिशा निर्देश दिये गए. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं के सहायता के लिए बनाये गए वोटर हेल्प लाईन एप्प के विषय में भी जानकारी दी गई.
स्वीप कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी रश्मि ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया एवं आईटी मैनेजर लखिन्द्र महतों द्वारा मतदाता वोटर हेल्प लाईन एप्प के संबंध में तकनीकी जानकारी दी गई. नोडल पदाधिकारी स्वीप-सह-जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, सहरसा ने सभी का स्वागत करते हुए विषय प्रवेश कराया. मंच का संचालन मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह ने किया. कार्यक्रम में अपर समाहर्ता धीरेंद्र कुमार झा, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी पुरुषोत्तम पासवान, भूमि सुधार उप समाहर्ता राजेन्द्र दास, सदर अनुमंडल पदाधिकारी शंभुनाथ झा, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रीता कुमारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा, डीपीएम जीविका एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे. (राजा कुमार की रिपोर्ट).
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