पटना में राजद के ‘देश बचाओ-भाजपा भगाओ’ महारैली में भाजपा, पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार रहे निशाने पर
अभिषेक श्रीवास्तव
बिहार में सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व निर्धारित ‘देश बचाओ-भाजपा भगाओ’ महारैली रविवार को राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में जोरदार तरीके से हुयी. रैली में जदयू के बागी नेता शरद यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबु लाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व कांग्रेस के गुलाब नबी आजाद समेत लालू परिवार के तमाम सदस्य मौजूद रहे. वहीं रैली का आगाज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने शंखनाद करके किया. रैली में मौजूद सभी लोगों ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश पर जमकर निशाना साधा.
महारैली को संबोधित करते हुए जदयू के बागी शरद यादव ने कहा कि यह महारैली नहीं है यह पूरे देश की ओर से बिहार में रखी गई संग्राम सभा है. जिसके लिए बिहार के गरीब लोगों ने इंकलाब किया है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सच्ची बोली से चलता है जुमलों से नहीं. संग्राम जारी रहेगा. मैं किसी से डरता नहीं हूँ. शरद यादव ने नीतीश कुमार का बगैर नाम लिए हुए कहा कि बिहार की जनता ने महागठबंधन को जनादेश दिया था. लेकिन उस जनादेश का यहां अपमान हुआ है. जिन लोगों ने गठबंधन तोड़ा मेरी उनसे कोई लड़ाई नहीं है. शरद यादव ने कहा कि मैं हमेशा से किसानों और गरीबों के साथ खड़ा रहा हूँ. मुझे सत्ता का कोई मोह नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार फिर एक नया गठबंधन बनेगा.
शरद यादव के बाद मंच पर सबोंधं करने आये तेज प्रताप यादव ने कहा कि मंच से ही उन्होंने शंख बजाकर लड़ाई की घोषणा कर दी है. वहीं उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता को ठगा गया है. नीतीश कुमार एक 28 साल के नौजवान से डर गए. अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अर्जुन बताते हुए तेजप्रताप ने कहा कि अब असली लड़ाई शुरू होगी. मैंने शंख बजा दिया है जो कि इन बीजेपी नेताओं और नीतीश कुमार से नहीं बजने वाला. वे फूंकते रह जाएंगे और दम निकल जाएगा.
वहीं तेजप्रताप यादव के बाद तेजस्वी यादव ने मंच से संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार पर जम कर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को किस फाइल का डर था कि वे रातोंरात महागठबंधन तोड़ दिये. वे मेरे चाचा थे, हैं और रहेंगे लेकिन वे अब अच्छे चाचा नहीं रहेंगे. तेजस्वी तो बहाना था, उन्हें तो भाजपा में जाना था. तेजस्वी यादव ने कहा कि गांधी जी के हे राम पर नीतीश जी चुनाव जीते और जयश्री राम वाले की शरण में चले गये. उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि भागलपुर सृजन घोटालों के सबूत मिटाये जा रहे हैं. यह घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला है. लेकिन, इसके आरोपियों की लगातार मौत हो रही है. अब तक दो मौतें हो चुकी हैं. नीतीश जी अब कहां गया आपका जीरो टैलरेंस, कहां गयी आपकी अंतरात्मा की आवाज. तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू प्रसाद का खून मेरे अंदर है. मैं किसी से डरनेवाला नहीं हूं. नीतीश कुमार हमें कितना ही डरा लें, लेकिन उससे कुछ नहीं होनेवाला है. नीतीश की नीयत व नीति में ही खोट है. उन्होंने कहा कि हमारे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म ही जेल में हुआ है. हमलोग जेल से डरनेवाले नहीं है. कितना ही भाजपा साजिश रच ले, लेकिन उसे जनता सबक सिखा देगी. जनता चुनाव में उसे पटकनी दे देगी. भाजपा से मिल कर नीतीश जी ने हमलोगों की पीठ में छूरा भोंकने का काम किया.
तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के बाद बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मंच पर मोर्चा संभाला. उन्होंने अपने अंदाज में लोगों को संबोधित किया और नीतीश कुमार पर जम कर प्रहार किया. राबड़ी देवी ने कहा कि रैली में जो लोग आये हैं उसमें से कई तो बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के हैं. राजद के समर्थन में ये सभी अपने-अपने पैसे खर्च कर के आये हैं. इस समर्थन के लिए राबड़ी देवी ने उन सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुये कहा कि आपलोग लालू प्रसाद की ताकत बन रहे हैं. आप सभी बिहार में संघर्ष कीजिए और देश को बचाइये. देश टूटने के कगार पर है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार गरीबों को सताने का काम कर रही है. वहीं उन्होंने जनता को याद दिलाते हुए कहा कि यही गांधी मैदान है, जहां प्रधानमंत्री मोदी आये थे तो बम छूट रहा था. उन्होंने कहा कि यह सब बीजेपी के लोगों ने बिहार की जनता को बदनाम करने के लिए किया था. राबड़ी देवी ने अपने संबोधन में सभी धर्मों की एकता की बात कही. उन्होंने कहा कि सभी लोग हिन्दू, मुसलिम, सिख, ईसाई एक हो जायें. बिहार को हमेशा आगे बढ़ाने का काम करें.
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जम कर हमला बोला. ममता बनर्जी ने कहा कि जनता को जिसने धोखा दिया, उसे जनता के साथ-साथ ईश्वर भी धोखा देता है. आज लालू जी के साथ देश की सभी विपक्षी पार्टियां हैं. लालू प्रसाद को डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने शायराना अंदाज में भी केंद्र से लेकर बिहार की नीतीश सरकार को जमकर लताड़ा. साथ ही कहा कि बिहार की बाढ़ से हम काफी दुखी हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को हमलोग तीन साल से देख रहे हैं. देश को क्या मिला. देश में किसान मर रहे हैं. वे आत्महत्या कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ गयी है. कालाधन नहीं आया. उन्होंने नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया पर प्रहार करते हुए कहा कि पहले 2019 का चुनाव तो जीतो, फिर 2022 की बात करना. उन्होंने कहा कि भाजपा खाली दंगा कराने का काम कर रही है. लोगों को खाली लड़ाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा बोले तो सच और बाकी सब झूठ. धोखा देकर चला गया. जो धोखा देता है, उसे जनता धोखा देती है. बीजेपी को जनता छोड़ कर चली जायेगी, लालू जी रहेंगे. लालू जी का हम विश्वास करते हैं. हम जनता की आवाज जानते हैं. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष को एक मंच पर जुटा कर लालू जी ने बेहतर काम किया है.
मौके पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरने ने कहा कि शुरू में तो भाजपा वाले कालाधन-कालाधन चिल्ला रहे थे. लेकिन न कालाधन का पता है, न ही विदेशों से कोई कालाधन आया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में तो नरेंद्र मोदी कह रहे थे कि हर आदमी के खाते में 15 लाख आयेगा, पर इसका भी पता नहीं. उन्होंने भीड़ से पूछा कि किसी के खाते में 15 लाख रुपये आये हैं. इस पर भीड़ ने कहा, नहीं आया है. उन्होंने बिहार की नीतीश व झारखंड की रघुवर सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन के नाम पर चुनाव जीता और भाजपा के साथ सरकार बना ली. हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड की भी स्थिति खराब है. स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा तक की स्थिति बदतर है. झारखंड में भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार से भाजपा भगाने की शुरुआत हो चुकी है.
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे लालू प्रसाद को बधाई देना चाहते हैं. ये जो जनसैलाब दिखाई दे रहा है, यह सब डिजिटल इंडिया वाली पार्टी भाजपा वाले भी देख रहे होंगे. यह आवाज 11 करोड़ जनता की आवाज है. उत्तर प्रदेश 22 करोड़ का है. आपकी आवाज से आवाज मिला देगा. बंगाल से भी आवाज निकलेगी कि हमें देश बचाना है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने सबसे ज्यादा किसानों और गरीबों को तकलीफ पहुंचाई है. युवाओं को देश से कुछ नहीं मिला है. बीजेपी ने तो देश को पीछे कर दिया है. हम सब मिलकर देश को बचाना चाहते हैं. उन्होंने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूँ कि नोटबंदी और GST से किसे फायदा हुआ है. नोटबंदी से आखिर किसे फायदा हुआ. गरीब भाईयों को तो समझ में ही नहीं आया कि वे अपना पैसा क्यों जमा कर रहे हैं. इससे किसका फायदा हो रहा है.
वहीं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने एक बार फिर से नीतीश कुमार के अलवा संघ और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. अपने 40 मिनट के संबोधन में लालू ने बारी-बारी से सभी पर निशाना साधा लेकिन उनके रडार पर नीतीश कुमार ही रहें. लालू ने कहा कि नीतीश हर जगह तेजस्वी से इस्तीफा नहीं मांगने की बात कह रहे हैं जो कि सरासर झूठ है. उनकी पलटी लेने वाली राजनीति बहुत पुरानी रही है और इस बार हम ही इसका शिकार बन गये. लालू ने कहा कि नई शादी करने से पहले नीतीश हमसे डिस्टेंस मेंटेन कर रहे थे. तभी हमें इस बात का शक था. लालू ने कहा कि नीतीश कुमार को सबसे ज्यादा शरद का आशीर्वाद था लेकिन वो उनके भी नहीं हुए. अपने अंदाज में लालू ने कहा कि जो आदमी शरद जी के आवास पर कोर्ट बंडी पहन के घूमता था वो आदमी बोलता है कि लालू को हमने बनाया है. लालू ने मैंडेट का जिक्र करते हुए कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप दोनों मेरे बेटे हैं. दोनों को मैंने कहा कि बिहार है बेटा हमें काम करना है. लेकिन, नीतीश ने काम करने का मौका तक नहीं दिया. लालू ने कहा कि तेजस्वी नहीं होता तो बिहार में कई पुल तक चालू नहीं हो पाते. वहीं अपने पुराने चिर परिचित अंदाज में भीड़ को गुदगुदाते हुए लालू ने कहा कि हमारा कैरेक्टर तो भोले बाबा की तरह है. हमने कोई छल-कपट नहीं किया जिसने किया वो पलटू कुमार हैं. लालू ने कहा कि नीतीश को तेजस्वी से खतरा था जिसके कारण उसने ऐसा किया. दलितों का जिक्र करते हुए लालू ने कहा कि नीतीश के मन में उनके प्रति नफरत है. वो दलितों को देखना तक नहीं चाहते. पीएम से हुई मुलाकात पर कटाक्ष करते हुए लालू ने कहा कि कल वो पूर्णिया में 16 श्रृंगार करके गये थे. काजल और लिपिस्टिक लगा कर. लालू ने कहा कि जब मैं पटना में नहीं था तो नीतीश ने जान बूझ कर छापा मरवाया. मुझे तेजू ने फोन पर बताया कि सीबीआई के 41 आदमी आये हैं छापा मारने. फिर भी मेरे परिवार ने छापेमारी में सहयोग किया.
Comments are closed.