पटना : जदयू विधायक अनुशासित नहीं, भोज पॉलिटिक्स पर बोले एमएलसी महेश्वर सिंह
पटना में बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले एमएलसी महेश्वर सिंह ने बड़ा बयान दिया है. जदयू की भोज पॉलिटिक्स पर चुटकी लेते हुए पूर्वी चंपारण स्थानीय निकाय से निर्दलीय विधान पार्षद महेश्वर सिंह ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी एवं श्रवण कुमार के आवास पर आयोजित भोज में नहीं पहुंचने वाले जदयू के कुछेक विधायक राजद खेमे से अंदर ही अंदर सौदेबाजी में जुटे हैं.
उन्होंने कहा कि अपनी ही पार्टी और सरकार के मंत्री के भोज में नहीं पहुंचकर इन विधायकों ने यह साबित कर दिया है कि वे सिद्धांत के लिए नहीं बल्कि व्यक्तिगत फायदे के लिए राजनीति में हैं. महेश्वर सिंह ने कहा कि दल के फरमान का उल्लघंन कर जदयू विधायकों ने यह साबित कर दिया है कि सीएम नीतीश कुमार की पार्टी में अब कोई अनुशासन नहीं रहा. एमएलसी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत् विधानसभा चुनाव के दौरान अविश्वसनीय प्रत्याशियों को टिकट दिया था जिसका खामियाजा आज खुद सीएम भुगत रहे हैं.
केसरिया की जदयू विधायक शालिनी मिश्रा का बगैर नाम लिए एमएलसी महेश्वर सिंह ने कहा कि चंपारण के राजनैतिक इतिहास में केसरिया की वर्तमान विधायक सबसे ज्यादा महत्वाकांक्षी एवं पदलोलुप साबित हुई हैं. सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि दल बदल कर सांसद बनने का सपना देखने वाले विधायकों को सबसे पहले अपनी विधायकी बचाने की चिंता करनी चाहिए. निर्दलीय एमएलसी महेश्वर सिंह ने कहा कि एनडीए में जाने के बाद अब नीतीश कुमार की चाबी देश के गृहमंत्री अमित शाह के हाथ में है, ऐसे में फ्लोर टेस्ट के दौरान एनडीए को धोखा देने और विपक्षी दल राजद के खेमे में जाने वाले विधायकों पर भाजपा ईडी का डंडा भी चला सकती है? (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).
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