बिहार के 22 वें मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण अबसे कुछ देर बाद
अभिषेक श्रीवास्तव
बिहार में चार वर्ष पहले टूटी एनडीए सरकार गुरूवार को एक बार फिर से गठित हो जायेगी. गुरूवार सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतौर भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेगें. वहीं उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशिल कुमार मोदी के भी उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किये जाने की सुचना है.
बता दे कि बुधवार की शाम महागठबंधन के नाम से चर्चित 20 महीने की पुरानी दोस्ती को तोड़ते हुए सूबे के मुखिया और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं महज कुछ ही घंटो के अंदर चार सालो से चली आ रही दुश्मनी को खत्म करते हुए उन्होंने फिर से भाजपा का दामन थामने पर अपनी सहमती जाता दी. जिसके बाद गुरूवार की सुबह 10 बजे उनकी मुख्यमंत्री पद के लिए दिर से ताजपोशी होने वाली है. नीतीश कुमार की तरफ से 132 विधायकों का साथ और समर्थन होने का दावा किया गया है.
वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफा दिए जाने के बाद बुधवार की देर रात उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजद विधायको के साथ पैदल मार्च करते हुए राजभवन जाकर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकत की और अपनी बहुमत की बात बताते हुए राजद को सरकार बनाने का मौका दिए जाने की मांग की. दूसरी ओर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार के इस्तीफे को नौटंकी बताते हुए नीतीश कुमार को हत्याकांड का आरोपी करार दिया. लालू प्रसाद ने कहा कि 1991 में लोक सभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार ने बाढ़ में कांग्रेस कार्यकर्त्ता सीताराम सिंह की अपने रायफल से गोली मारकर हत्या कर डाली थी. उन्होंने कहा कि ऐसे में एक हत्यारोपी को मुख्यमंत्री बनने का कोई हक नहीं.
उधर, नीतीश कुमार के भाजपा का दामन थामने पर उनकी पार्टी में बवागती सुर भी तेज हो गये हैं. सबसे पहले राज्य सभा सांसद अली अनवर ने जदयू के भाजपा से गठबंधन पर आपत्ति जाहिर की है. सांसद अली अनवर ने कहा कि जिस बात को लेकर बीजेपी से जदयू ने गठबंधन तोडा था आज उसी बीजेपी से गठबंधन करने को मेरी जमीर इजाजत नही दे रहा. उन्होंने कहा कि आज बीजेपी कट्टरता और साम्प्रदायिकता के रास्ते पर अग्रसर है जबकि प्रदेश को नीतीश कुमार से एक विकल्प के रूप में उम्मीद थी.
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