Abhi Bharat

नालंदा : सील पीडीएस दुकान से अनाज हटाने पर लोगों ने किया हंगामा

नालंदा में रविवार को उस समय प्राशासन को लोगों की भीड़ के कोप का भाजन बनना पड़ा जब प्रशासनिक पदाधिकारी सील की हुई एक पीडीएस दुकान से अनाज का दूसरी जगह भंडारण करने पहुंचे. घटना रहुई प्रखंड स्थित अम्बा पंचायत के देकपुरा गांव की है. हालांकि लोगों के हंगामे के कारण प्रशासन को हर मानकर अनाज को लोगों के बीच वितरित करना पड़ा.

बता दें कि पिछले तीन दिनों पूर्व रहुई प्रखंड के अम्बा पंचायत के देकपुरा गांव में बिहारशरीफ के एसडीओ द्वारा जांच के बाद पीडीएस दुकान को सील कर दिया गया था. जिसके बाद आज प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी और थानाध्यक्ष के द्वारा सील किये गए दुकान से आज अनाज का दूसरे जगह भंडारण के लिए ले जाया जा रहा था. वहीं ग्रामीणों को जब इस बात की जानकारी मिली तो हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर एमओ और पुलिस पदाधिकारी के देख रेख में अनाज का वितरण ग्रामीणों के बीच किया गया.

डीलर कलेश कुमार सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेशन को ध्यान में रखकर गावों में जाकर अनाज का कूपन काट दिया गया था, क्योंकि एक ही पॉश मशीन से अम्बा पंचायत के 6 गांव के करीब 1700 कार्डधारी को अनाज दिया जाता है. उन्होंने बताया कि 22 मार्च को अनाज का उठाव किया गया था. जिसके बाद दो तीन दिन मिल्कीपर गांव के कार्डधारी इसके बाद एमओ द्वारा पीडीएस ग्रुप के माध्यम से जानकरी दिया गया कि मार्च माह का 2 अप्रैल तक ही पॉश मशीन से वितरण होगा. इसी को ध्यान में रखकर कूपन काट दिया गया था. ताकि हर लोगों को ऐसे माहौल में परेशानी न हो, क्योकि पॉश बंद होने के बाद अनाज नहीं मिल पाता है. सोशल डिस्टेंसी को ध्यान में रखकर ग्रामीणों की भीड़ नहीं आयी। इसी कारण जांच के दौरान दुकान में अनाज ज्यादा मिली.

वहीं ग्रामीणों में चप्पू सिंह, संजय पासवान, नीतीश कुमार, गौतम, जितेंद्र सिंह व वरिया देवी से पूछे जाने पर बताया कि डीलर अनाज का वितरण कर रहे थे. हमलोगो के ही द्वारा पहले दूर के ग्रामीणों को अनाज वितरण के लिए कहा गया था, ताकि यहाँ भीड़ न लग सके और लोग इस महामारी से बच सके. वहीं एमओ स्नेहलता कुमारी ने बताया कि पॉशमशीन और अनाज के भंडारण में दुकान में अधिक अनाज मिला था. इस कारण एसडीओ की निगरानी में दुकान को सील किया गया था. आज जब अनाज का भंडारण दूसरे जगह किया जा रहा था तो जिन ग्रामीणों को अनाज नहीं मिला था तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया और वे लोग कूपन भी दिखा रहे थे. ऐसे में वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉकडाउन को ध्यान में रखकर कार्डधारियों के बीच अनाज का वितरण किया गया. (प्रणय राज की रिपोर्ट).

You might also like

Comments are closed.