नालंदा : लॉकडाउन में मजदूरों का खस्ता हुआ हाल तो पैदल हीं चल दिए घर की ओर
नालंदा में लॉकडाउन के दौरान सबसे खराब स्थिति उन मजदूरों की हो गई जो अपने घर से दूर जाकर अपने परिवार और अपना पेट भरने के लिए दूसरे जगह पर रहकर काम कर रहे थे. लॉकडाउन के बाद मजदूरों का रोजगार खत्म हो गया और दाने दाने के लिए मोहताज हो गए हैं. इसके बाद मजदूर सीधे अपने घर को लौटना ही मुनासिब समझ रहे हैं. यही कारण है कि मजदूर लगातार पैदल चलकर अपना घर जा रहे हैं. इसी कड़ी में आज राजगीर से छः मजदूर पैदल मधुबनी के लिए निकल पड़े.
मंगलवार को नालंदा में मिले उनमें से चार मजदूरों ने बताया कि उनको रास्ते मे एक ट्रैक्टर मिल गया जिसपर सवार होकर चार लोग नालंदा पहुंचे और वहां से मधुबनी के लिए पैदल ही निकल पड़े. इस दौरान इसके दो साथी पीछे छूट गया. पैदल चल रहे मजदूरों में रामनाथ मंडल का पुत्र विकास कुमार मंडल जो सीतामढ़ी का रहने वाला है, डूमर राय का पुत्र कंचन कुमार हाजीपुर का रहने वाला है, राजू मंडल और पिंटू कुमार मधुबनी के रहने वाले हैं.
ये सभी लोग राजगीर में पिछले छः महीने से रहकर घर-घर कॉस्मेटिक का सामान बेचने का काम करते थे. मगर पिछले 50 दिनों से इसका काम बिल्कुल बंद हो गया था यही कारण है की अब ये लोग अपनी जान की बाज़ी लगाकर पैदल अपने घर के लिए रवाना हो गये. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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