नालंदा : कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देख लंगोट मेला के आयोजन पर लगी रोक, घर में ही पूजा करने की अपील
नालंदा में कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस वर्ष बिहारशरीफ के बाबा मणिराम अखाड़ा पर लगने वाला लंगोट मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा. शुक्रवार को बिहारशरीफ के अनुमंडल पदाधिकारी जेपी अग्रवाल ने अखाड़ा न्याय समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया.
एसडीओ ने बताया कि जिले में दिन-प्रतिदिन कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है इसी को ध्यान में रखकर सतर्कता के तौर पर इस वर्ष लंगोट मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा. श्रावण मास में खासकर महिलाएं शिव मंदिरों में पूजा पाठ के लिए जाती हैं जिससे भीड़ बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है. इसलिए किसी भी शिव मंदिरों में जलाभिषेक नहीं किया जाएगा. इसके लिए मंदिर कमेटी द्वारा बैनर पोस्टर के माध्यम से लोगों को पूर्व से जानकारी दी जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में अभियान चलाकर बिना मास्क के सड़कों पर घूमने वाले या फिर दुकानदार या ग्राहकों से फाइन वसूले जाएंगे. उन्होंने बताया कि यदि दुकानदार भी मास्क लगाकर दुकान पर नहीं रहेंगे तो उनकी दुकानें सील कर दी जाएगी. साथ ही ग्राहकों से 50 रुपये का फाइन काटा जाएगा.
वहीं अखाड़ा न्यास समिति के सचिव अमरकांत भारती ने बताया कि इसके पूर्व हुए लंगोट मेला की अनुमति के लिए धार्मिक न्याय परिषद को पत्र लिखा गया था. पत्र के आलोक में 11 लोगों की अनुमति लंगोट अर्पण के लिए दिया गया था. मगर कोरोना वायरस को लेकर लोग स्वस्थ रह सकें, इसी को ध्यान में रखकर लंगोट मेले का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि बाबा के जो भी मानने वाले हैं वे अपने घरों में रहकर ही पूजा-पाठ करें. इस मौके पर अंचलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, नगर थाना अध्यक्ष दीपक कुमार, डीपीआरओ रविंद्र कुमार सिंह, संत शैलेंद्र प्रसाद, विपिन कुमार, दीपक कुमार, महेंद्र प्रसाद, सतीश प्रसाद मौजूद थे. (प्रणय राज की रिपोर्ट).
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