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नालंदा : चावल का पीठा खाने से एक दर्जन लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार, एक बच्चे की मौत

नालंदा से बड़ी खबर है, जहां नालंदा थाना क्षेत्र के मनियावां गांव में बीती रात चावल का पीठा खाने से एक ही परिवार के एक दर्जन से अधिक लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए, जबकि इलाज के दौरान एक 14 वर्षीय बालक की मौत हो गयी. मृतक बब्लू मिस्त्री का पुत्र शिवम कुमार है.

घटना के बारे में विनोद मिस्त्री ने बताया कि उनके घर में रविवार को चावल का पीठा बना था. पीठा को परिवार के सभी सदस्यों ने भी खाया. कुछ देर के सभी की तबीयत बिगड़ने लगी. जिसके बाद सभी को आनन-फानन में इलाज के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से सभी को बेहतर इलाज के लिए विम्स रेफर कर दिया गया.

कौन कौन है इलाजरत

ग्रसित लोगों में दीपनगर थाना क्षेत्र के कोरय गांव निवासी विष्णु यादव, नालंदा थाना क्षेत्र के मनियावां गांव की बिंदु देवी, शोभा देवी, हंस कुमार, स्वीटी कुमारी, राहुल कुमार, राजा कुमार व सूरज कुमार सहित हिलसा थाना क्षेत्र के विक्टोरिया कुमारी शामिल हैं. फिलहाल, सभी का इलाज विम्स में किया जा रहा है.

क्या होता है पीठा

पीठा बनाने में चावल का आटा और मावा और गुड़ या रावा का प्रयोग किया जाता है. जिसे पानी में उबालकर पकाया जाता है. वर्षो से यह परंपरा है कि अगहन माह में धान की पैदावार अच्छा होने पर अरवा चावल में इसे बनाया जाता है. (प्रणय राज की रिपोर्ट).

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