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मोतिहारी : पुल का निर्माण नहीं होने से आक्रोशित हुए मझरिया के ग्रामीण, वोट के बहिष्कार का लिया फैसला

मोतिहारी/पूर्वी चंपारण || लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही पूर्वी चंपारण के मतदाता जन समस्याओं को लेकर गोलबंद होने लगे हैं. ताजा मामला जिले के केसरिया प्रखंड सामने आया है. यहां के बाढ़ग्रस्त मझरिया गांव के लोगों ने पुल का निर्माण नहीं होने से आक्रोशित होकर लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.

रविवार को चंपारण तटबंध से मझरिया जाने वाली सड़क पर बाढ़ से ध्वस्त हुए पुल के समीप सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे और पुल निर्माण की मांग को लेकर घंटो नारेबाजी की. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुल नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाया. मौके पर उपस्थित सभी ग्रामीणों ने समवेत स्वर से यह निर्णय लिया कि आसन्न लोक सभा चुनाव में वे सभी वोट बहिष्कार करेंगे.

विगत चार साल से ध्वस्त है मझरिया गांव का पुल

मंझरिया निवासी मदन सिंह, विंध्याचल सिंह, कृष्णा शर्मा, वृक्ष राम एवं वार्ड सदस्य राजेश राउत इत्यादि ने बताया कि मझरिया गांव जाने वाली पथ में स्थित पुल पिछले चार साल से ध्वस्त पड़ा हुआ है.आज तक पुल नहीं बना है जो इस गांव की बड़ी समस्या है. पुल के ध्वस्त हो जाने से गंडक तटवर्ती यह गांव बाढ़ के दिनों में टापू बन जाता है. बरसात के दिनों में गांव में जाने का नाव ही एकमात्र विकल्प रह जाता है. तीन महीने तक यहां का रास्ता बंद हो जाता है. ग्रामीण दिवाकर सिंह, रामबालक राम, उमेश महतो, मनीष सिंह, त्रिलोकी महतो,भरत सिंह,कपिल देव महतो एवं ग्रेन सिंह इत्यादि ने बताया कि जब तक पुल नहीं बनता है तब तक हम लोग किसी को वोट नहीं देंगे. ग्रामीणों ने ध्वस्त पुल के समीप पुल नहीं तो वोट नहीं का बैनर भी लगा दिया है.

स्थानीय विधायक से भी नाराज हैं मझरिया के लोग

ध्वस्त पुल के मुद्दे पर मझरिया के ग्रामीण स्थानीय विधायक शालिनी मिश्रा से भी काफी नाराज़ हैं. पुल के निर्माण का आश्वासन भी विधायक की ओर से ग्रामीणों को दिया गया था. पुल टूटने के तुरंत बाद विधायक ने खुद उक्त स्थल का निरीक्षण भी किया था और ग्रामीणों की मांग को जायज बताया था. लेकिन विधायक द्वारा पुल निर्माण को लेकर दिया गया आश्वासन धरातल पर नहीं उतर सका. हाल के दिनों में कुछेक स्थानीय युवाओं ने सोशल मीडिया पर विधायक की तस्वीर डालकर यह पोस्ट कर दिया था कि स्थानीय विधायक लापता हो गई हैं. ग्रामीण सोशल मीडिया के माध्यम से विधायक को खोज रहे थे. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).

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