Abhi Bharat

मोतिहारी : मुखिया कर रहा था मादक पदार्थों की तस्करी, भारी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार

मोतिहारी/पूर्वी चंपारण || जनता ने जिसे जनमत देकर मुखिया बनाया वह मादक पदार्थों के तस्करों का सरगना निकला. जी हां, जिले के आदापुर थाना क्षेत्र स्थित बखरी पंचायत के मुखिया अख्तर साह को एसएसबी और आदापुर पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर भरी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार किया है.

मुखिया की गिरफ्तारी एवं प्रतिबंधित गांजा की बरामदगी उसके घर से हुई है. बरामद मादक पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई जा रही है. एसएसबी और स्थानीय पुलिस ने सोमवार को गुप्त सूचना के आलोक में यह कार्रवाई की.

गिरफ्तार मुखिया अख्तर साह कई वर्षों से गांजा तस्करी के धंधे में शामिल था. मुखिया द्वारा गांजा तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट को चलने की बात सामने आ रही है.

पुलिस ने मुखिया के स्कॉर्पियो को किया जब्त

छापेमारी के दौरान संयुक्त पुलिस टीम ने मुखिया के दरवाजे पर खड़ी स्कॉर्पियो और उसके घर से 131 किलोग्राम गांजा बरामद किया है. ”गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई हुई है. आदापुर पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में मुखिया के दरवाजा पर खड़े स्कार्पियो से 131 किलो नेपाली गांजा बरामद हुआ है. स्कार्पियो जब्त कर लिया गया है. एसएसबी 71वीं बटालियन के कमांडेंट प्रफुल्ल कुमार ने इसकी पुष्टि की है.

दूसरे राज्यों में भी भेजता था मादक पदार्थ

बखरी पंचायत का गिरफ्तार मुखिया अख्तर साह झिंटकहियां गांव का रहने वाला है. ग्रामीण बताते हैं कि मुखिया का घर भारत-नेपाल सीमा से सटे हुए है. इसी का फायदा उठाकर वह मुखिया बनने के बाद मादक पदार्थों की तस्करी में जुट गया. वह मादक पदार्थों को अपने सिंडिकेट के माध्यम से दूसरे राज्यों में भी भेजता था.

बिहार पुलिस की नौकरी से हुआ था बर्खास्त

मुखिया निर्वाचित होने के कई साल पहले अख्तर साह बखरी पंचायत से पैक्स अध्यक्ष निर्वाचित हुआ था. फिर उसने पैक्स अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर बिहार पुलिस में नौकरी भी की. नौकरी के दौरान उस पर मुजफ्फरपुर में एटीम फ्रॉड का आरोप लगा. उसके बाद उसे बिहार पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया. अख्तर साह 2021 के पंचायत चुनाव में बखरी पंचायत के मुखिया के रूप में निर्वाचित हो गया. उसके बाद वह भारत नेपाल के खुली सीमा का फायदा उठाकर मादक पदार्थों की तस्करी में जुट गया था. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).

You might also like

Comments are closed.