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मोतिहारी : विधायक मनोज कुमार यादव पर एफआईआर, सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप

मोतिहारी/पूर्वी चंपारण || जिले से बड़ी खबर है, जहां बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के विधायक एवं उनके अज्ञात समर्थकों पर पूर्वी चंपारण जिले के कोटवा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिस विधायक के विरुद्ध सरकारी कार्य में बांधा डालने की प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है वो कोई और नहीं बल्कि जिले के कल्याणपुर से विधायक एवं राजद जिलाध्यक्ष मनोज कुमार यादव हैं.

मामला जिले के कोटवा प्रखंड अंतर्गत दीपउ एनएच-27 पर सड़क सुरक्षा के तहत बंद किए गए एक अनधिकृत कट को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. विधायक पर प्रशासन का आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर प्रशासनिक कार्य में बाधा पहुंचाई और सुरक्षा के लिए लगाए गए मेटल बैरियर को उखाड़ फेंका. जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के आदेश संख्या 766, दिनांक 10 फरवरी 2025 के तहत दीपउ (किमी 443+200) स्थित अनधिकृत बाईपास (कट) को बंद करने के निर्देश दिए गए थे. इस कार्य को 12 अप्रैल 2025 को कोटवा की सीओ-सह-नामित मजिस्ट्रेट मोनिका आनंद की निगरानी में अंजाम दिया जा रहा था, जिसमें स्थानीय पुलिस बल भी तैनात थी.

हालांकि, प्रशासन का आरोप है कि इसी दौरान विधायक मनोज कुमार यादव के नेतृत्व में उनके समर्थकों ने साइट पर पहुंच कर कार्य में बाधा उत्पन्न की. उन्होंने और उनके समर्थकों ने चल रहे कार्य में हस्तक्षेप करते हुए स्थापित मेटल बीम क्रैश बैरियर को जानबूझकर क्षतिग्रस्त किया, जिसके कारण काम को बीच में ही रोकना पड़ा और मौके पर मौजूद श्रमिकों और मशीनरी को वापस बुलाना पड़ा.

प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और कहा है कि ऐसी घटनाएं जनहित में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न करती हैं. मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात प्रशासन की ओर से कही गई है.

प्रशासन का रवैया जनविरोधी : मनोज

उधर, इस संदर्भ में पुछे जाने पर विधायक मनोज कुमार यादव ने कहा कि दीपउ के बाईपास (कट) को प्रशासन द्वारा एकाएक बंद किए जाने की लोगों द्वारा दी गई सूचना पर वे मौके पर पहुंचे और डीएम सहित प्रशासनिक पदाधिकारियों से बातचीत कर तत्काल रोड के आर-पार जाने के लिए बने कट को जनहित में चालू रखने को कहा. विधायक ने कहा कि राजपुर-कोटवा पथ और अरेराज-कोटवा पथ एनएच 27 से उसी स्थल पर मिलती है, जहां प्रशासन कार्रवाई कर रहा था. विधायक ने कहा कि विश्वप्रसिद्ध केसरिया बौद्ध स्तूप और सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल अरेराज को जोड़ने वाले रोडपास को कैसे बंद किया जा सकता है. विधायक ने कहा कि इस मार्ग पर बसों के परिचालन के अलावें कृषि कार्य के लिए दिन रात किसान एनएच को आर-पार करते रहते हैं. ऐसे में इस रोडपास को बंद करना जनता के साथ नाइंसाफी है. एक सवाल के जवाब में विधायक ने कहा कि वे एफआईआर से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि जनहित के मुद्दों पर उनका संघर्ष जारी रहेगा चाहे एफआईआर पर एफआईआर सुशासन बाबू की सरकार करती रहे. (मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट).

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