कैमूर : जिला सहकारिता विभाग की मनमानी से किसान परेशान, पैक्सों पर नहीं हो रही धान की खरीदारी
कैमूर में इन दिनों जिला सहकारिता विभाग से जिले के किसान काफी परेशान हैं. यहां पैक्स द्वारा धान की खरीदारी नहीं कि जा रही है. वहीं किसानों के पास धान की ढेर लग गयी है जिसको लेकर किसान काफी चिंतित हैं.
एक तरफ जहां बिहार सरकार किसानों को लेकर चिंतित है और किसानों की धान खरीद को लेकर आदेश जारी किया जा रहा कि सभी किसानों की धान खरीदी जाए तो वहीं जिले के सहकारिता विभाग की लापरवाही से जिले के किसान परेशान हैं. पैक्स वाले धान खरीदारी नहीं करना चाह रहे तो किसान प्रखंड से लेकर जिला तक गुहार लगा रहे हैं. किसान धान तैयार करने के बाद 25 दिन से खलिहान में रख कर इंतेजार कर रहे है पर आज तक उनके धान की खरीदारी नहीं हुयी.
चांद प्रखंड के सिहोरिया गांव के किसानों की माने तो धान बिक्री के दौरान जो किसान क्विंटल पर 168 रुपया नहीं छोड़ते और वजन पर पांच किलो अतिरिक्त नहीं देना चाहते, उससे पैक्स वाले धान नहीं ले रहे हैं. वहीं सहकारिता विभाग के अधिकारी भी कैमरे पर कुछ बोलना नहीं चाहते. उधर, पंचायत के मुखिया भी पैक्स से कम परेशान नहीं हैं. मुखिया बताते है कि 40 वर्ष में कभी हम अपना धान पैक्स को नही दिए हैं. उन्होंने बताया कि पैक्स किसान से धान नही लेते बल्कि जो किसान नहीं है उसका फर्जी रशीद बना कर पैक्स धान का टारगेट पूरा करते हैं. बहरहाल, यह जांच का विषय है कि जब जिले को 300 एमटी धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है तो पैक्स और सहकारिता विभाग किसानों का धान लेने में दिलचस्पी क्यो नहीं दिखते. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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