कैमूर : छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ जवान के द्वारा फायरिंग में भभुआ निवासी सीआरपीएफ जवान की मौत, परिजनों में छाया मातम
कैमूर जिला निवासी एक सीआरपीएफ जवान की छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ जवान द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग में मौत हो गयी.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के मड़ईगुड़ा के लिंगनपल्ली में सीआरपीएफ के कैंप में एक सीआरपीएफ के जवान ने ही अपने ही साथियों पर अंधाधुंध गोली से फायरिंग कर दी. जिसमें चार जवानों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं इस दर्दनाक घटना में एक जवान कैमूर का भी शहीद हो गया, जो नुआंव थाना क्षेत्र के एवती गांव निवासी धनजी सिंह बताया जा रहा है.
शहीद धनजी सिंह लगभग 35 वर्ष के थे जो महेंद्र सिंह के पुत्र बताए जाते हैं. शहीद धनजी सिंह 2012 में 50 वीं बटालियन के सीआरपीएफ जवान थे. जवान धनजी सिंह की मौत की खबर जैसे ही आज सोमवार की सुबह घर के परिजनों को मिली तो परिजनों में चीख-पुकार मच गयी. वहीं गांव में भी कोहराम मच गया. जानकारी के अनुसार शहीद धनजी सिंह की शादी 2014 में हुई थी. जिसमें इनकी पत्नी रूपा देवी एवं दो पुत्र बताए जा रहे हैं. इस दुखद घटना से पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है.वहीं दोनों पुत्र के चीत्कार व करुण रुदन से हर किसी का कलेजा फटा जा रहा है.
वही मृतक सीआरपीएफ जवान के पिता महेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इससे पहले सितंबर माह में 10 दिन के लिए छुट्टी पर घर आए हुए थे. जिसके बाद वह अपनी ड्यूटी पर चले गए थे और 11 नवंबर को अपने घर वापस आने वाले थे. कल रात 8:30 बजे बड़े बेटे से उनसे फोन पर बात हुई थी. उन्होंने बताया कि सब हाल-चाल ठीक है. मैं छुट्टी लेकर 11 नवंबर को घर पहुंच जाऊंगा. सुबह होते ही मेरे बेटे की मरने की खबर आई. जानकारी के अनुसार महेंद्र सिंह के तीन पुत्र बताए जा रहे हैं. जिसमें बड़ा बेटा किसान, दूसरा पुत्र सीआरपीएफ के जवान जम्मू कश्मीर में तैनात है तीसरा पुत्र सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ तैनात थे. जिसकी इस फायरिंग में मौत हो गयी. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).
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