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कैमूर : 102 एम्बुलेंस कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर किया अनिश्चितकालीन हड़ताल, मरीजों की बढ़ी परेशानी

कैमूर/भभुआ || जिले से बड़ी खबर है, जहां स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस कर्मी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल में इमरजेंसी केस में आए जिन मरीजों को चिकित्सकों द्वारा हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जा रहा है,उनकी परेशानी काफी बढ़ जा रही है.

उधर, एंबुलेंस कर्मियों कहना है कि जब से जेन प्लस कंपनी को एंबुलेंस चलाने का ठेकेदारी मिला है, हम सभी एंबुलेंस कर्मी काफी परेशान हैं. बेवजह हमारा पैसा काट दिया जा रहा है और कटौती किए गए पैसे का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है. उनका कहना है कि जो एंबुलेंस मरम्मती के अभाव में ऑफ रोड यानी खड़ी हो जा रही है, उस पर कार्य कर रहे एंबुलेंस कर्मियों को पेमेंट उतने दिन का काट लिया जाता है, जितने दिन एंबुलेंस खड़ी रहती है, जिससे हम लोग काफी परेशान हैं. रामगढ़ से रेफरल अस्पताल के एंबुलेंस कर्मी फैजूल अंसारी ने बताया कि विगत डेढ़ माह से उसकी एंबुलेंस जो गेराज में मरम्मती के अभाव में खड़ी पड़ी है, हमें डेढ़ महीने से वेतन नहीं मिल रहा है, हमारे बच्चों का स्कूल का फीस, दूधवाला का पैसा, सब्जी वाला का पैसा, राशन दुकान का बाकी है. इधर, डेढ़ महीने से खड़ी एंबुलेंस होने के कारण एजेंसी द्वारा पेमेंट नहीं देने के कारण उसकी मानसिक हालत खराब हो गई है. एंबुलेंस कर्मी संगठन के प्रदेश सचिव ऋषि मुनि राम ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है, हड़ताल जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों के श्रम अधिनियम के तहत वेतन का भुगतान कराया जाए तथा मरमती के अभाव में यदि कोई गाड़ी ऑफ रोड यानी खड़ी है तो वेतन में कोई कटौती न किया जाए. इसके अलावा नवंबर से अब तक कटौती किए गए सभी प्रकार के राशि का भुगतान अभिलंब किया जाए और ईपीएफ एवं ईएसआईसी का भुगतान संबंधित खाते में अभिलंब जमा कराई जाए. इसके अलावा नियुक्ति पत्र आई कार्ड एवं ऑफर लेटर यथाशीघ्र निर्गत किए जाएं और पूर्व में कार्यरत पीडीपीएल कंपनी में 14 कर्मचारियों का अक्टूबर 2024 का बकाया भूषण वेतन का भुगतान शीघ्र किया जाए. हड़ताल पर रहे एंबुलेंस कर्मियों ने सदर अस्पताल परिसर में धरना भी दिया.

वहीं एंबुलेंस एजेंसी जेन प्लस के प्रमंडलीय प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि एंबुलेंस कर्मियों का मांग जायज नहीं है. उन्हें कंपनी द्वारा काफी सुविधा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि जब गाड़ी खड़ी हो जाती है, मरम्मत के अभाव में तो कंपनी एंबुलेंस कर्मी को वेतन बैठाकर कैसे करेगी? उधर, हड़ताल पर गए एंबुलेंस चालकों का कहना है कि कंपनी के गाइडलाइन में यदि जो एंबुलेंस मरम्मती के अभाव में खड़ा है तो उसकी जिम्मेदारी कंपनी की है ना कि एंबुलेंस कर्मी की. कंपनी के गाइड लाइन के अनुसार एंबुलेंस खड़ी रहने के बाद भी चालक और उसपर कार्यरत कर्मी को वेतन देना है. (विशाल कुमार की रिपोर्ट).

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