गोपालगंज : महिला ने भोरे पुलिस पर लगाया अपने मंदबुद्धि पति को लूटकांड में फंसाने का आरोप, एसपी से की शिकायत
गोपालगंज में अपने मंदबुद्धि पति को निर्दोष बताते हुए भोरे की एक महिला ने गोपालगंज एसपी आनंद कुमार को पत्र भेज न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित महिला भोरे थाना क्षेत्र के नारू चकरवा गांव निवासी 55 वर्षीय सुखारी भगत की पत्नी कमलावती देवी है.
एसपी को दिए गए पत्र में महिला ने इस बात का जिक्र किया है कि उसके पति मंद बुद्धि के व्यक्ति हैं, जिनका करीब एक महीना पहले छत से नीचे गिर जाने के कारण हाथ और पैर दोनों टूट चुका है, जिस कारण वह एक माह से बेड पर लेटे हुए हैं. लेकिन इसी बीच बुधवार की देर रात्रि भोरे के रहने वाले सुनील सिंह, पप्पू सिंह व भुनेश्वर सिंह मेरे पति से मिलने के लिए घर पर आए. उन्होंने दरवाजे पर आवाज लगाया तो मेरा बेटा गुड्डू उनके पास गया और पूछा कि इतनी रात में क्या काम है. इसी पर इन तीनों लोगों से मेरे बेटे की तूं-तूं, मैं-मैं हो गयी. जिसके बाद वे लोग दरवाजे से चले गए. वहीं रात्रि 2:00 बजे के आसपास भोरे थाना अध्यक्ष सुभाष सिंह मेरे दरवाजे पर आए और खाट पर लेटे मेरे पति सुखारी भगत को उल्टा लटका कर पीटा. साथ ही भोरे थाना अध्यक्ष उनको जबरन गाड़ी में लेकर चले गये. सुबह जब मैं भोरे थानाध्यक्ष के पास गई और पूछी कि मेरे पति को किस जुर्म में लाया गया है तो, थानेदार ने मुझे गाली गलौज देते हुए थाने से भगा दिया. इसी बीच थाने में बंद प्रभा शंकर नाम का व्यक्ति बोला कि भोरे में किसी व्यक्ति का पैसा छीना गया है, उसी में आपके पति को लाया गया है.
महिला ने दिए गए अपने शिकायत पत्र में यह भी कहा है कि भोरे पुलिस जबरन मेरे पति पर लूट कांड का मुकदमा दर्ज करना चाह रही है, जबकि मेरे पति मंदबुद्धि होने के कारण छत से एक महीना पहले ही गिर कर हाथ पैर तोड़ चुके हैं. फिर भी पुलिस उन पर जुर्म ढहाने पर उतारू है. (हितेश कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.