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गोपालगंज : जदयू विधायक पप्पू पांडेय ने तेजस्वी यादव को दिया जवाब, कहा- पिता सहित पुरा परिवार घोटालों में संलिप्त और मुझे बता रहें अपराधी !

गोपालगंज में पिछले दिनों तथाकथित राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में हुई हत्याओं के बाद अब कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय व नेता प्रतिपक्ष राजद विधायक तेजस्वी यादव आमने सामने हो गए हैं. पप्पू पांडेय ने तेजस्वी यादव द्वारा उनकी गिरफ्तारी की मांग किये जाने और खुद के पटना से पैदल गोपालगंज जाने की बात पर चेतावनी भरे लहजे में चुनौती देते कहा कि अगर तेजस्वी पटना से गोपालगंज आ सकते हैं तो मैं भी गोपालगंज से पटना पहुंच सकता हूं.

बता दें कि सोमवार को अपने बाहुबली भाई सतीश पांडेय और गोपालगंज जिला परिषद के अध्यक्ष भतीजा मुकेश पांडेय की गिरफ्तारी और मंगलवार को अपने बेहद करीबी व फुफेरे भाई मुन्ना तिवारी की हत्या के बाद बुधवार को जदयू विधायक पप्पू पांडेय ने मीडिया से रूबरू होते हुए अपना वक्तव्य जारी किया. पप्पू पांडेय ने कहा कि रविवार को हथुआ के रूपनचक में हुई राजद नेता जेपी चौधरी के माता-पिता और भाई की हत्या एवं उनके ऊपर गोलीबारी की घटना में उनका या उनके परिवार के किसी सदस्य का कोई हाथ नही है. पप्पू पांडेय ने कहा कि उनके भाई सतीश पांडेय जब अपराध की दुनिया मे थे तो किसी पुलिस वाले में ताकत नही थी कि उन्हें गिरफ्तार करें, लेकिन वे अपने आपराधिक जीवन से सन्यास लेकर शांति से घर मे रह रहे थे तो पुलिस ने उन्हें झूठे आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि उनका भतीजा भी बेकसूर है, वह इंग्लैंड में पढ़ा लिखा है और जन भावना के उद्देश्य से जिला परिषद का अध्यक्ष बन लोगों की सेवा में लगा था. अगर, मेरे भाई और भतीजा कोई अपराध किये रहते तो यू घर मे नही बैठते बल्कि कहीं छिपे रहते. पप्पू पांडेय ने यह भी कहा कि मामले में उनके दो और करीबी लोगों के साथ उनका भी नाम शामिल किए जाने की उन्हें जानकारी मिली है, जो एकदम से गलत है, इस गोलीबारी और हत्याकांड में उनका या उनसे संबंधित किसी व्यक्ति का दूर तक कोई लेना-देना नहीं है, पुलिस और प्रशासन सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल के लोकेशन आदि की जांच कर इसका पता लगा सकते हैं.

विधायक पप्पू पांडेय ने अपने फुफेरे भाई की नृशंस हत्या किये जाने पर दुःख व्यक्त करते हुए उसमे शामिल आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की भी मांग की. वहीं उन्होंने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार पर भी अपनी आस्था जाहिर करते हुए कहा कि हमारे नेता न तो किसी को फंसाते हैं और न किसी को बचाते हैं. अगर उन्हें बचाना होता तो हमारे भाई और भतीजा की गिरफ्तारी नही हुई रहती. उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो अगर, मैं दोषी निकलता हूं तो खुद फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं. वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे पहली बार विधायक बने हैं जबकि मैं लगातार चार बार से विधायक हूं, तेजस्वी के 70 वर्षीय पिता खुद हजारो मामले में जेल में बंद हैं. खुद तेजस्वी और उनका पूरापरिवार भी घोटाले के कई मामलों में संलिप्त हैं, वे पहले अपने बारे सोचे बाद में दूसरे पर बोले, मैं अपराधी नहीं जनता का सेवक हूं. (सेंट्रल डेस्क).

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