हैवानियत : बीमार पत्नी से छुटकारा पाने के लिए पति ने बाढ़ में फेंका
अतुल सागर
गोपालगंज में एक हैवान पति की करतूत सामने आयी है. जिसने इलाज के बहाने अपनी बीमार पत्नी को अस्पताल ले जाने दौरान बाढ़ में जिन्दा फेक दिया. वहीं पीड़ित महिला को देर रात मछुवारो ने अपनी जान जोखिम में डालकर उफनती गंडक नदी से बाहर ही नहीं निकाला और उसे एक नयी जिन्दगी दी. घटना जादोपुर के हीरापाकड़ गाव के समीप की है.
पीड़ित महिला बेतिया के जोगीपट्टी थाना के डीही मदारपुर गाव की रहने वाली है. वह योगीपट्टी के डीही मदारपुर निवासी उमेश यादव की पत्नी है. उसकी एक बेटी भी है. पीडिता के मुताबिक इलाज के बहाने उसका पति उमेश यादव और देवर जीतेन्द्र यादव बाइक से गोपालगंज लेकर आये. दिनभर इधर-उधर घुमाने के बाद महिला को कल मंगलवार की रात करीब आठ बजे जादोपुर-मंगलपुर महासेतु पहुचे और उसे उफनती गंडक में फेक दिया. उफनती नदी में बहते हुए महिला कई किलोमीटर दूर जादोपुर के हीरापाकड़ पहुची. जहां देर रात चार मछुवारे नदी में मछली पकड़ रहे थे. पीडिता की बचावो-बचावो की आवाज सुनकर चारों मछुवारे नाव लेकर नदी की बीच धारा में पहुचे और महिला को काफी मशक्कत के बाद जगरीटोला के समीप बाहर निकाला गया.
देर रात ग्रामीणों और मछुवारो ने मिलकर महिला का ग्रामीण इलाज किया. जिससे पानी में डूबी महिला की जान बचायी जा सकी. कटघरवा पंचायत के मुखिया राजेश कुमार के मुताबिक, उनका ही नाव लेकर गांव के रमाशंकर सहनी, प्रह्लाद सहनी, सुबह सहनी और ओमप्रकाश यादव मछली मार रहे थे तभी करीब नौ बजे रात्रि किसी महिला की नदी में बहते हुए आवाज सुनाई दी. मुखिया ने पीडिता की बरामदगी की सुचना गोपालगंज के बीडीओ को दे दी है. बहरहाल ग्रामीण अपने स्तर से महिला की सेवा कर रहे है.
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