गोपालगंज में बाढ़ के बाद तबाही के दिख रहा मंजर, कईयों के उजड़ गये आशियाने, कितनों को दो जून की रोटी भी नहीं हो रही नसीब
अतुल सागर
गोपालगंज में आई भीषण बाढ़ की विभीषिका में अब तक जहाँ 21 लोगो की मौत हो गयी है वहीं हजारो लोग घर से बेघर हो चुके हैं. जिन इलाको में बाढ़ आई वहां भीषण तबाही हुई. जिसकी वजह से लोगो की झोपडी, उनका पक्का का मकान और मवेशियों समेत खाने-पीने का सामान सब कुछ बाढ़ में बह गया. जिले में बाढ़ से प्रभावित अभी भी कई ऐसे इलाके है जहाँ राहत के नाम ग्रामीणों को कुछ भी नसीब नहीं हुआ है.
उन्ही में से एक है बैकुंठपुर का अमरपुरा पंचायत. इस पंचायत के कई वार्ड बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हुई है. लेकिन अमरपुरा पंचायत के वार्ड 13 हसनपुर गाँव में अबतक लोगो को राहत सामग्री का इंतजार है. वैसे तो इस हसनपुर गाव में कुल आबादी करीब एक हजार के आस पास थी. लेकिन बैकुंठपुर के सारण बांध के टूटने के बाद हर तरफ बाढ़ का पानी तेजी से फ़ैल रहा था. इस गाँव में बाढ़ से हर तरफ तबाही हुई. लोगो की झोपड़ियाँ तिनके की तरह बाढ़ में बह गए. जिनका घर बचा वह भी किसी काम का नहीं रहा. यहाँ राहत के नाम पर एक दिन सिर्फ सरकारी स्तर पर सामूहिक भोजन कराया गया. उसी दिन पंचायत के मुखिया भी गाव में आये थे. लेकिन उसके बाद अब तक इस गाँव में कोई भी जनप्रतिनिधि या सरकारी कर्मी नहीं आया.
ग्रामीणों के मुताबिक बाढ़ का पानी अब इस गाँव में नहीं है. लेकिन बाढ़ के कारण अब उनके घरों में कुछ बचा भी नहीं है. ऐसी परिस्थिति में वे जाए तो कहा जाए. वहीं बात करे जिला प्रशासन की तो डीएम राहुल कुमार के मुताबिक जिले में जिले में अब तक 21 लोगो के मरने की पुष्टि की गयी है. 11 मवेशी मरे है. मृतक के आश्रितों को 4 लाख का चेक उपलब्ध कराये जा रहे. डीएम ने कहा की जिन गांवों में अभी तक बाढ़ राहत सामग्री नहीं पहुची है वहां चार से पांच दिनों में फ़ूड पैकेट पंहुचा दिए जायेंगे.
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