गोपालगंज में विद्युत विभाग का कारनामा, बगैर कनेक्शन के मोबाइल टावर कम्पनी को भेजा लाखों रूपये का बिल
अतुल सागर
गोपालगंज में एकबार फिर बिजली विभाग की लापरवाही उजागर हुयी है. जहाँ बगैर बिजली उपयोग किये हीं बिजली बोर्ड के द्वारा एक उपभोक्ता को करीब साढ़े नौ लाख रूपये का बिजली बिल थमा दिया गया है. और अब, बिजली बोर्ड अपनी गलती सुधारने के बजाये उपभोक्ता के ऊपर ही पूरा भुगतान करने का दबाव बना रहा है.
दरअसल, यह मामला एनबीपीडीसीएल यानी नार्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड से जुड़ा है. जानकारी के मुताबिक मोबाइल बिटिएस टावर में गोपालगंज के कुचायकोट पॉवर सब स्टेशन से कभी वर्ष 2009 में बिजली का कनेक्शन था. तब चोरो के द्वारा बिजली के तार काट लिए गए. जिसकी वजह से कुचायकोट में मोबाइल के बिटिएस के टावर में बिजली चालू नहीं किया जा सका.
वहीं बाद में जब मोबाइल टावर कम्पनी के द्वारा दोबारा इस टावर पर बिजली सप्लाई चालू करने का आवेदन दिया गया. तब पता चला कि बिजली विभाग के फाईलो में टावर पर लगातार विद्युत की आपूर्त्ति जारी है और उस टावर पर बिजली के सप्लाई का करीब साढ़े नौ लाख रूपये बकाया है. मोबाइल टावर कंपनी के अधिकारी के मुताबिक जब उनके टावर पर बिजली की सप्लाई की नहीं गयी. तब उनके ऊपर साढ़े नौ लाख रूपये का बिजली कैसे भेज दिया गया.
अपनी शिकायत को लेकर उपभोक्ता कुचायकोट के कनिय अभियंता से लेकर बिजली कम्पनी के जोनल मेनेजर तक गुहार लगाकर थक चुके है. बावजूद इसके बिजली कम्पनी के द्वारा न तो उनके बिल में सुधार किया जा रहा है और न ही दोबारा कनेक्शन दिया जा रहा है.
बिजली कम्पनी की इस लापरवाही से आम उपभोक्ता तो परेशान हैं हीं. साथ ही अब सरकार को भी प्रति माह लाखो रूपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं इस मामले से जब विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता से बात करने की कोशिश की तो वे उपलब्ध नहीं हो सके.
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