दहेज़ लोभी ससुराल वालों ने महिला और उसके दूध मुंहे बच्चे की हत्या कर शवों को किया गायब
अतुल सागर
गोपालगंज में दहेज़ के लिए एक 25 वर्षीय महिला और उसके डेढ़ साल के बच्चे की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के लिए शव को गायब कर दिए जाने का मामला सामने आया है. घटना के एक सप्ताह बाद भी आरोपी पति सहित सभी ससुरालवाले फरार हैं वहीं महिला के मायके वाले न्याय के लिए दर दर की ठोकरे खा रहे है.
दहेज लेना और देना दोनों अपराध है. सूबे के सीएम की यह मार्मिक अपील अभी भी कई दहेज़ लोभियों को रास नहीं आ रही है. तभी बीते 20 अक्टूबर को विशम्भरपुर के बलिवनसागर गाँव में 25 वर्षीय जूही की बेरहमी से हत्या कर दी गयी. जूही के साथ डेढ़ साल का बेटा भी था. जो हत्या के बाद से लापता है. जूही के मायके वाले माँ बेटे दोनों की हत्या कर शव जला देने का आरोप लगा रहे है. जानकारी के मुताबिक कुचायकोट के विशुनपुर निवासी बिरेन्द्र तिवारी की बेटी जूही की शादी वर्ष 2014 में विशम्भरपुर के यशवंत पाण्डेय से हुई थी. जूही की माँ रंजना देवी के मुताबिक उन्होंने शादी के समय ही अपनी क्षमता के अनुसार लाखो रूपये नगद और उपहार दिए. लेकिन, ससुराल वाले जूही को कार और बिज़नस के लिए अतिरिक्त पांच लाख रूपये के लिए प्रताड़ित करते थे. पीड़ित परिजनों के मुताबिक 20 अक्टूबर को भी जूही के साथ बेरहमी से मारपीट की गयी. जिसकी सुचना जूही ने अपने माँ और भाई को दिया था. लेकिन दोपहर में पड़ोसियों ने जूही के मायके में फोन कर उसकी हत्या करने की सुचना दी.
जब तक पीड़ित परिजन जूही को लेने के लिए विशम्भरपुर के बलिवनसागर गाँव पहुंचे, तब तक आरोपी पति अपने पिता और अन्य लोगो के साथ मिलकर जूही और उसके बच्चे के शव को गायब कर दिया. इस घटना के बाद परिजनों ने विशम्भरपुर थाना में आरोपी पति यशवंत पाण्डेय, ससुर ओमप्रकाश पाण्डेय व सास शकुंतला देवी सहित चार लोगो के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराया है. लेकिन, आरोपी घटना के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी फरार है. जबकि पीड़ित परिजन न्याय के लिए दर दर की ठोकरे खा रहे है. मृतका के भाई प्रभात पाण्डेय ने सीएम नितीश से अपने बहन के हत्यारों के गिरफ़्तारी और उन्हें फांसी की सजा की मांग की है.
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