गोपालगंज : भोरे में सेप्टिक टैंक के अंदर घुसे मजदूर की दम घुटने से मौत, दो की हालत गंभीर
गोपालगंज || जिले के भोरे बाजार में रविवार की शाम एक निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक का सेंटरिंग खोलने गए एक मजदूर युवक की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है. एक को सदर अस्पताल गोपालगंज भेज दिया गया है. तो दूसरे का निजी अस्पताल में इलाज जारी है.
मृत मजदूर की पहचान भोरे थाना क्षेत्र के लच्छीचक गांव निवासी स्व. छोटेलाल सिंह के 23 वर्षीय पुत्र विशाल कुमार सिंह के रूप में हुई है. वहीं इलाजरत दो लोगों में एक बसदेवा पश्चिम टोला गांव के पलटू भगत के पुत्र कन्हैया भगत और राजघाट निवासी सुरेंद्र भगत के पुत्र नीतीश कुमार बताए गए हैं. इसमें से नीतीश कुमार की हालत काफी गंभीर बनी हुई है. जिन्हें डॉक्टरों ने तत्काल हीं गोपालगंज के लिए रेफर कर दिया.
दूसरी तरफ घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. घटना के बाद भोरे रेफरल अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ भी जमा हो गई. मजदूर की मौत की जानकारी मिलने पर भोरे पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अर्जुन सिंह, धर्मेंद्र सिंह भोरे रेफरल अस्पताल पहुंच कर मृतक के परिजनों को सांत्वना दी. जिस युवक की मौत हुई है. उसके पिता स्व छोटेलाल भगत की मृत्यु भी पांच साल पहले एक सड़क हादसे में हो गई थी. विशाल अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था, जिसकी शादी भी नहीं हुई थी. वहीं उसकी मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. इस घटना की जानकारी जब स्थानीय लोगों को लगी, तो बड़ी संख्या में लोग भोरे अस्पताल पहुंच गए और मजदूर के परिवार के लिए मुआवजे की मांग करने लगे.
बताया जाता है कि भोरे निवासी बंधु प्रसाद, भोरे बगही रोड में अपना मकान बनवा रहे हैं. जिसका निर्माण कार्य ठेकेदार कृष्णा करा रहे हैं. रविवार की शाम शौचालय की टंकी का सेंटरिंग खोलने उसके अंदर तीन लोग घुसे थे. अंदर काफी गैस भरी हुई थी, जिससे तीनों की हालत बिगड़ने लगी. उनके शोर मचाने पर किसी तरह उन्हें अंदर से बाहर निकाला गया. इसके बाद तुरंत ही उन्हें भोरे रेफरल अस्पताल लाया गया, जिसमें से डॉक्टर ने एक मजदूर को मृत घोषित कर दिया. वहीं भोरे रेफरल अस्पताल के डॉक्टर अब्दुल कलाम ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी और सर पर लकड़ी का टुकड़ा गिरने के कारण घटना के संकेत मिले हैं. (ब्यूरो रिपोर्ट).
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