गोपालगंज : नदी मे बढ़ते जलस्तर से जिला प्रशासन की टीम करती रही बांधों की निगरानी
गोपालगंज || भारी वर्षा के कारण बाल्मिकी नगर बैराज से पांच लाख 21हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना पर एवं गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रभारी जिला पदाधिकारी सह उप विकास आयुक्त कुमार निशांत विवेक द्वारा अपर समाहर्ता आपदा सादुल हसन, अनुमंडल पदाधिकारी गोपालगंज डॉ०प्रदीप कुमार, कार्यपालक अभियंन्ता बाढ़ नियंत्रण प्रमोद कुमार आदि के साथ देर रात में बैकुण्ठपुर प्रखंड अन्तर्गत विभिन्न तटबंधों टंडसपुर छरकी, फैजलापुर, डी स्पर मुजा मटिहारी और अन्य कई तटबंधों का निरीक्षण किया गया.
इस क्रम में टंण्डस पुर छरकी एवं डुमरिया घाट के सभी संवेदनशील संम्भावित कटाव स्थलों एवं जल स्तर का निरीक्षण किया गया. गंडक नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. वहीं बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंन्ता ने बताया कि नेपाल में भारी बरसात के कारण अभी जल स्तर और बहाव का दबाव छः से सात लाख क्यूसेक स्तर होने की संभावना है. प्राप्त सूचना अनुसार, छ: लाख तीस हजार क्यूसेक डिस्चार्ज अभी बाल्मीकि नगर देवघाट से गुजर रहा है जिसके कल गुजरने की संम्भावना के मद्देनजर यहां के तटबंधों के किनारे बसे लोगों को प्रशासन द्वारा पूरी तरह से बनाए गए ऊंचे शरण स्थलों पर चले जाने का निर्देश दिया जा चुका है. अभी भी माईकिंग करके सभी को तदबंधो से दूर किया जा रहा है. बचाव की तैयारी पूरी कर ली गयी है. पानी की डिस्चार्ज को देखते हुए अगले 24 घंटे की स्थिति के बारे में आकलन मुश्किल है.
बता दें कि बांध मरम्मत के लिए प्रति वर्ष आरबो-खरबो रूपए खर्च किया जाता है, लेकिन बाढ़ की समस्या से लोगो को न निजात मिला है और न मिलेगा. जो भी हो लेकिन प्रभारी जिला पदाधिकारी निदेश पर जगह जगह बांधों की चौकसी बढ़ा दी गयी है. प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक सभी पदाधिकारी को अलर्ट कर दिया गया है. आपदा से संबंधित सभी प्रकार की तैयारी पूर्ण की गई है, जिसमें मुख्य रूप से ऊंचे चरण स्थलों पर सभी प्रकार की व्यवस्था भोजन आदि की तैयारी पूर्ण है. वहीं एनडीआरएफ की पांच टीमें तैनात की गई है जो अलर्ट मोड पर हैं. चिन्हित जगह पर नाव की व्यवस्था कर दी गई है. जिला प्रशासन द्वारा लगातार विभिन्न माध्यमों से लोगों को प्रत्येक दशा में नदी के किनारे के स्थलों को खाली कर देने का निर्देश दिया जा रहा है. अगले 24 घंटे में हर प्रकार की विशेष चुनौती से निपटने को सभी को तैयार किया जा चुका है. कंट्रोल रूम 24 घंटा कार्यरत है. प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक सभी पदाधिकारी को उनसे संबंधित कार्यों के लिए उन्हें अलर्ट मोड पर रखा गया है. संभावित बाढ़ से बचाव की तैयारियों पर कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमोद कुमार ने बताया कि जगह-जगह पर्याप्त मात्रा में ईसी बैग (बालू भरे हुए बोरे) स्टॉक किए गए हैं, परंतु अगले 24 घंटे में जलश्राव का नियंत्रण संभव नहीं है. निरीक्षण के क्रम में सहायक अभियंन्ता बाढ़ नियंत्रण भी उपस्थित रहे. (ब्यूरो रिपोर्ट).
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