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छपरा में स्वच्छता को लेकर सजग हुए बुद्धिजीवी, जिप सभागार में हुयी छपरा स्वच्छता अभियान की बैठक

छपरा में रविवार को जिला परिषद सभागार में नागरिकों, बुद्धिजीवी व सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं की बैठक आहूत की गई. जिसमें राजनीतिक धर्म जाति वर्ग विभाजन रेखा से ऊपर उठकर छपरा नगर में कूड़ा-करकट गंदगी, नाला-नालियों की व्यवस्था के खिलाफ लोगों ने भाग लिया.
गौरतलब है कि छपरा नगर में कूड़ा-करकट एवं कचरा का अंबार जगह-जगह लगा रहता है. नालियों से भी कपड़े और प्लास्टिक की थैलियों सहित ठोस अवशिष्ट भर जाने के कारण सड़कों पर गंदे पानी पसरा रहता है. नगर पालिका द्वारा कचरे को छपरा के एक स्थान से उठा कर दूसरे स्थान पर जहां भी खुला है, प्राकृतिक गड्ढे में जमा कर दिया जाता है. कचरे को समुचित रुप से इकट्ठा करना उसका उठाव करना और शहर से बाहर निष्पादन करने के कार्य को स्थानीय निकाय प्रशासन भूल ही गया है. फलत: नगर का कोना-कोना, गली-गली कचरे का अंबार या बिखराव से पड़ा दिखता है. कई बार तो नालियों की सफाई के नाम पर नाली के कीचड़ आदि को मशीन से निकालकर नाली के किनारे इकट्ठा कर दिया जाता है.
इस तरह छपरा नगर अपनी पहचान कचड़े,कूड़ा-करकट से पटे नगर के रूप में स्थापित कर रहा है. नागरिक दुर्गंध और गंदगी के बीच जीने के लिए मजबूर हैं. यह प्रशासनिक विफलता है. यह प्रशासन अपने वैधानिक कार्य के प्रति संवेदनहीन को दर्शाता है. संबंधित लोग चेतना शून्य हो कर नगर के लोगों की जिंदगी जलीलपुर जिंदगी भरे वातावरण में जीने को मजबूर कर रहे हैं.
शहर में गंदगी और कूड़े का अंबार को लेकर बुद्धिजीवी लोगों ने एक सुर में छपरा को स्वच्छ बनाने के लिए आवाज उठाई बैठक में उपस्थित नागरिकों ने सर्वसम्मति से कई निर्णय का प्रस्ताव पारित किया. जिसमें नगर के कचरे को इकट्ठा करना उसका उठाओ और शहर के बाहर उसका निष्पादन मुनिसिपल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम विश्व के अनुसार कर यथाशीघ्र इस कार्य को पूरा किया जाना, सड़कों पर साफ सफाई झाड़ू लगाने की व्यवस्था की जाना और बरसात और मानसून की बारिश हो के पूर्व नालों की साफ-सफाई की व्यवस्था को प्रमुख रूप से शामिल किया गया.
छपरा स्वच्छ अभियान के साथ हुयी इस बैठक में सम्मिलित लोगों ने एक सुर में कहा यदि प्रशासन आगे अपने वैधानिक और नागरिकों के हित के लिए किए जाने कार्य को और संवेदनशील रवैया अपनाएगी तो लोकतांत्रिक तरीके से धरना प्रदर्शन सड़क जाम सहित बड़ी बड़ी लड़ाई के लिए नागरिक पीछे नहीं हटेंगे.
सभा को संबोधित करते हुए बैठक के समन्वयक यशवंत सिंह ने बैठक में सम्मिलित युवाओं को उनके कर्तव्य के प्रति समर्पित और उनके युवा शक्ति का एहसास कराया उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा देश सहित विश्व में कोई भी परिवर्तन युवाओं के बदौलत होती है और स्वच्छ छपरा अभियान युवाओं के हैं नैतिकता और शक्ति को समर्पित है. वहीं सभा को संबोधित करते हुए युवा नेता डॉक्टर धीरज सिंह ने बैठे हुए लोगों को नैतिकता की पाठ पढ़ाई बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सब लोगों को अपने कर्तव्य के प्रति सजग और सचेत रहने की जरूरत है. छपरा स्वच्छ अभियान के बैठक में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया जिसमे मुख्य रुप से पृथ्वीराज सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता श्याम बिहारी अग्रवाल, जयराम सिंह, अंबिका आईटीआई, अजय अजनबी, जितेंद्र सिंह, मोनू सिंह, साकेत सिंह, दिलीप चौरसिया व उदय नारायण सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहें.
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