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बेतिया में एचपीसीएल चीनी मिल की दो टैंकरों में मिली स्प्रिट, अवैध शराब के कारोबार की संभावना

अंजलि वर्मा
बिहार मे शराब कारोबार का नया स्वरूप सामने आ रहा है. जहाँ पहले शराब माफिया इस कारोबार को कर रहे है वहीं भारत सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी कम्पनी भी इस अवैध कारोबार करने मे लगी हुई है. जिसका खुलासा गुरूवार को बेतिया पुलिस ने किया है.
बेतिया पुलिस ने गुरूवार को एनएच 28 बी पर स्थित एक पेट्रोल पंप से दो टैंकर स्प्रीट जब्त किया है. साथ हीं पुलिस ने पंप कर्मी सहित सात लोगो को गिरफ्तार किया है. मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पिपरा चौक स्थित आर के पेट्रोल पंप पर टैंकर से स्प्रीट निकाल कर टैक्टर पर लोड किया जा रहा था. जिसे शराब बनाने के लिए इस्तेमाल मे लाया जाना था. दरअसल, यह टैंकर लौरिया के एचपीसीएल चीनी मिल का था जिसे पटना के बिहटा ले जाना था. लेकिन, कारोबारियों द्वारा टैंकर का रुट डायभर्ट कर पेट्रोल पंप पर स्प्रीट को उतारा जा रहा था. जहाँ से पुलिस ने लगभग 33 हजार लीटर स्प्रीट को जब्त कर लिया है और साथ हीं एक ट्रैक्टर को भी जब्त किया गया है. जबकि पेट्रोल पंप संचालक फरार हो गया है.
यह पुरा मामला बेतिया पुलिस के लिए भी  बेहद चौंकाने वाली है. बेतिया एसपी ने पुरे मामले की गहनता से छानबीन करने की बात कही है. एसपी विनय कुमार कि माने तो इतनी बड़ी कम्पनी द्वारा स्प्रीट का दुरूपयोग करने का यह पहला मामला है. क्योंकि जो पेपर मिले है उससे कहीं न कहीं एचपीसीएल की मिलीभगत भी उजागर हो रही है. जिस टैंकर को बिहटा जाना था उसका रूट बदल दिया गया और पेपर मे स्प्रीट की जो मात्रा दर्शायी गयी है वह भी संदेह के घेरे मे है. बिहार का यह पहला मौका है जब किसी बड़ी कम्पनी व पेट्रोल पंप की मिलीभगत से शराब के गोरखधंधे को संचालित करने का मामला सामने आया है.
बहरहाल, बिहार मे शराबबंदी के बाद से शराब बनाने व शराब की तस्करी के करने के कई तरीके सामने आ चुके है. लेकिन, किसी सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी कम्पनी का शराब के अवैध कारोबार के खेल मे संलिप्तता उजागर होना बेहत चौंकाने वाले है. अब देखना होगा कि पेट्रोल पंप संचालक व एचपीसीएल मे इस गोरखधंधे को करने वाले लोगो तक पुलिस के हाथ कब तक पहुंचते है या फिर अपनी उंची पहुंच व रसूख के कारण इस मामले को कहीं रफा दफा ना कर दिया जाये.
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