बेगूसराय : चौकीदार का पुत्र निकला सीएसपी संचालक लूटकांड का मास्टरमाइंड
बेगूसराय पुलिस ने बीते 30 मार्च को डंडारी थाना क्षेत्र के बांक गांव में बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के साथ हुए गठित लूट कांड का पांच दिनों में उद्भेदन करते हुए घटना में संलिप्त चार अपराधियों को लूटे गए रुपये और हथियार व गोली के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस मामले की जानकारी सोमवार की शाम आयोजित प्रेस वार्ता में बेगूसराय के एसपी योगेन्द्र कुमार ने दी. गिरफ्तार किए गए चारों अपराधी विभिन्न थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और गैंग का मुख्य सरगना नयागांव थाना क्षेत्र के चौकीदार का पुत्र चंदन कुमार है, जबकि लाइनर डंडारी थाना क्षेत्र के बांक निवासी जेल से छूटा एक कुख्यात अपराधी था, उसी ने तीन अन्य अपराधियों को साथ लेकर इस बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया था.
एसपी योगेंद्र कुमार ने मीडिया को बताया कि बीते 30 मार्च को सीएसपी संचालक विशनपुर डीह निवासी शशि कुमार एसबीआई के डंडारी शाखा से अपने सीएसपी पर तीन लाख 85 हजार रुपया लेकर जा रहा था. इसी दौरान बांक भमरा के पास दो बाइक पर सवार पांच अपराधियों के द्वारा हथियार का भय दिखाकर रुपया वाला बैग लूट लिया एवं गोली चलाते हुए भाग निकले. घटना की सूचना मिलते ही बलिया डीएसपी एवं सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था. जिसमें डंडारी थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार, एफसीआई ओपीध्यक्ष पल्लव, मटिहानी थानाध्यक्ष विवेक भारती, नयागांव थानाध्यक्ष माधव कुमार एवं जिला सूचना इकाई को भी शामिल किया गया था. विशेष टीम द्वारा लगातार तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान करते हुए मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कोरिया हैबतपुर निवासी संतोष कुमार को गिरफ्तार किया गया. पूछ-ताछ के दौरान उक्त सभी अपराधियों ने अपनी अपनी संलिप्तता कांड में स्वीकार कर पांच और साथियों का नाम भी बताया है. जिसके आधार पर हाल ही में जेल से निकले डंडारी थाना क्षेत्र के बांक निवासी संदीप कुमार, नयागांव थाना क्षेत्र के कासिमपुर निवासी चंदन कुमार तथा अपने ननिहाल रामदिरी महाजी में रह रहे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भैरवार निवासी अमन कुमार को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों के पास से एक देसी पिस्टल, पिस्टल का तीन मैगजीन, एक देसी पिस्तौल, एक गोली, एक लाख 92 हजार रुपया, एक मोटरसाइकिल, पांच मोबाइल, एक चाकू एवं लूटा गया बैग बरामद किया गया है.
एसपी ने बताया कि मामले का जल्द अनुसंधान पूरा कर स्पीडी ट्रायल चलाते हुए कड़ी सजा दिलाई जाएगी. जबकि कांड का उद्भेदन करने वाली पुलिस टीम को सम्मानित किया जाएगा. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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