बेगूसराय : एनआरसी व सीएए के खिलाफ संविधान बचाओ संघर्ष समिति ने निकाला आक्रोश मार्च
बेगूसराय में एनआरसी और सीएए को लेकर लोगों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारी विरोध जारी है. सोमवार को एनआरसी व सीएए के खिलाफ संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आक्रोश मार्च निकाला. आक्रोश मार्च गांधी स्टेडियम से निकलकर आईटीआई मैदान में एक विशाल जनसभा में बदल गया.
वक्ताओं ने कहा कि एनआरसी एवं सीएए बिल केंद्र सरकार के द्वारा लाया गया यह खास समुदायों को टारगेट किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि जो बिल लाया जा रहा है वह गैर संवैधानिक है और देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं. हम ऐसा नहीं होने देंगे, अगर सरकार इस बिल को वापस नहीं करती है तो इस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे.
उन्होंने केंद्र सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि सरकार जो कहती है, तीन देशों के नागरिकों को यानी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के नागरिक को नागरिकता देंगे तो सरकार से हमारा सवाल है कि 11 हजार अफगानी हिंदूओं की चिंता है लेकिन श्रीलंका से भागे हुए एक लाख से ज्यादा हिंदू जो तमिलनाडु में रह रहे हैं. दलितों से भी ज्यादा बुरी जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं. उनकी चिंता सरकार क्यों नहीं करती है. सरकार कहती है कि बुद्धिस्ट को नागरिकता देंगे लेकिन उनकी वैसी कोई मानसा नहीं है, वरना दलाई लामा जहां से है वहां के मूल को उन लोगों ने नहीं जुड़ा है. म्यामार को नहीं जोड़ा, भूटान को नहीं जोड़ा है, नेपाल में इतने मदेशी हिंदू हैं, उनको नहीं जोड़ा गया है. सीधी-सीधी बात है कि सरकार के द्वारा देश को दो टुकड़ों में बांटने का काम किया जा रहा है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
Comments are closed.