बेगुसराय में नागपंचमी पर्व पर मेला व पूजा-अर्चना की रही धूम
नूर आलम
बेगूसराय में शुक्रवार को नागपंचमी का पर्व पुरे धूम-धाम और आस्था के साथ मनाया गया. सुबह से ही भक्तों और श्रद्धालुओं की मंदिरों पर भारी भीड़ जुटी रही. लोगों ने दूध और लावे के प्रसाद चढ़ा कर पूजा अर्चना की.
जिले के नावकोठी प्रखंड के पहसारा, वभनगामा, देवड़ा, गम्हरिया, रजाकपुर, नाथ बागर, हसनपुर बागर, छतौना, नावकोठी, समसा सैदपुर विष्णुपुर व देवपुरा आदि भगवती स्थानो पर सुबह से ही लोग मंदिरो मे अपनी-अपनी मुरादे मन्नत पूरी होने के लिए देवी को झांप एवं नागदेवता को दूध लावा चढाने मे व्यस्त देखे गए. भगतो द्वारा इस अवसर पर पवित्र सरोवरो मे स्नान कर काजू,किशमिश व जेनऊ आदि निकाल कर भक्तजन को आशीर्वाद तथा अचरज मे डालते रहे.
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वहीं इस अवसर पर हसनपुर बागर मे नाटक का मंचन, विष्णुपुर पंचायत के सैदपुर मे लोक नृत्य तथा नाटक का मंचन सहित अन्य वर्णित स्थानो पर मेला तथा नाच गान का आयोजन किया गया. इस पर्व को लेकर विधि व्यवस्था हेतु पुलिस प्रशासन को सतर्क देखा गया तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मुस्तैद देखे गए.
खोदावन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के बुढ़ी गंडक नदी के विभिन्न घाटों पर शुक्रवार को बड़ी धूमधाम से नागपंचमी मनाया गया. नागपंचमी को लेकर सुबह से ही लोगों ने भगवती स्थान पर दुध, धान का लावा व झांप चढ़ाने के लिए भीड़ लगी हुई थी. लोगों ने सुबह से ही बाजारों में आम, कटहल आदि फलों की जमकर खरीदारी की. गांव के प्रबुद्ध जनों ने बताया कि मन्नतें पूरी होने पर विषहरी मंदिर में नाग देवता को झांप चढ़ाने की परंपरा आज भी कायम है. उन्होंने बताया कि नीम पता का रस उस समय की मन्नता के मुताबिक विष विरोधी होता था और कुश खरखरापन होता है. इसी से कुश के जंगल में नाग नहीं जाता है. इसीलिए आज के दिन लोग नीम का पत्ता व कुश का उपयोग करते आ रहा है. बूढ़ी गंडक नदी के रामघाट व फफौत पुल घाट सहित अन्य घाटों पर भव्य मेला का आयोजन किया गया तथा भगत के द्वारा बूढ़ी गंडक नदी से सांप निकालकर दर्शकों को दिखाया गया. उक्त घाटों पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ जमा थी. भगत दुलारचंद ठाकुर, विनोद पासवान, मल्लिक जी आदि भगतों ने भगवती माता का विशेष पूजा-अर्चना की. मेला को लेकर थानाध्यक्ष रुबीकांत कच्छप के नेतृत्व में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी तथा मेला में बीडीओ कुमुद रंजन, अंचलाधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारियों ने मेला की सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद थे.
वहीं शुक्रवार को बरौनी तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में भी नागपंचमी का त्यौहार धूम धाम के साथ मनाया गया. सबेरे से ही हजारो की संख्या नर नारियो ने निपनिया स्थित गंगा नदी में स्नान किया. साथ ही पूजास्थलों में पूजा पाठ किया गया है. हर घरो में नीम के पत्ते, कुश, धान का लावा दूध चढ़ाया. दोपहर को मधुरापुर तथा राजबाड़ा के भगवती स्थानों में मेला लगा. जहां हजारो की संख्या में महिला-पुरूष व बच्चे रंग बिरंगे परिधान में पहुँच कर झाप चढ़ा कर मिन्नते मांगकर पूजा अर्चना किया. राजबाड़ा, मधुरापुर के दुर्गा स्थानों में कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया.
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