बेगूसराय : भीषण सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने मृत्तकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का दिया निर्देश
बेगूसराय में लाखो ओपी के एनएच 31 पर हुए भीषण सड़क दुर्घटना की घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त करते हुए मृतको के आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान दिए जाने का निर्देश दिया है.
बता दें कि गत शनिवार को सड़क हादसे में चार लोगों की जान चली गयी. घटना बेगूसराय के सहायक थाना लाखो क्षेत्र के थाने के निकट स्थित एनएच-31 की है. जहां एक स्काॅर्पियो और ट्रक के आमने-सामने की तेज टक्कर हुई. स्काॅर्पियो में सवार पांच व्यक्ति में चार की मौत मौके पर ही हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.
गौरतलब है कि शनिवार की देर रात दिवंगत कपिल महतों के श्राद्ध कर्म की द्वादश पर भोज का आयोजन था. दही कम पड़ जाने की आशंका होने पर पुत्र चिक्कू राय अपने दो साढ़ू बमबम महतों, रोहित राय एवं ग्रामीण पंकज राय व सन्तोष राय के साथ स्कॉर्पियो से दही लाने बेगूसराय की ओर आया था. वापस लौटने के दौरान सड़क हादसे में मौके पर चार लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया.
एक ओर इस घटना के बाद जहां परिजनों में हाहाकार मच गया, वहीं गांव में मातम छा गया है. दूसरी तरफ एक पिता की तीन बेटियों की जिंदगी तबाह हो गई है. कमाऊ व्यक्ति की मौत हो जाने से सभी के भविष्य अंधकार से भर गया है. परिजनों के साथ साथ पीड़िता का दोनों भाई क्रमशः बबलू महतों एवं छोटू कुमार के चेहरे पर अपने बहनों के भविष्य की चिंता साफ-साफ झलक रही थी.
वहीं इस हादसे की खबर मिलते ही एसडीपीओ राजन सिन्हा एवं लाखो ओपी प्रभारी संतोष कुमार शर्मा दलबल के साथ घटना स्थल पहुंच लाश को अपने कब्जे में लेते हुए पोर्स्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज आगे की कार्रवाई में जुट गयी. दूसरी तरफ प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिजीत चौधरी एवं सदर अंचलाधिकारी उत्पल हिमवान अस्पताल पहुंच परिजनों को ढांढस बंधाते हुए आपदा प्रबंधन के तहत आश्रितों को मुआवजे देने की भरोसा दिलाया.
वहीं इस दुर्घटना में मटिहानी थाना क्षेत्र के चकौर निवासी दिवंगत गांगो महतो के तीन पुत्रियों की जिंदगी क्षण भर में मानों ठहर सी गई. पीड़िता का भाई छोटू कुमार ने बताया कि वर्ष 2019 में 29 जून को खीरा बेचने के दौरान खोरमपुर ढाला के निकट अपराधियों ने गोली मारकर पिता की हत्या कर दिया था. उसने बताया कि उस दर्द को अभी भुलाया भी नहीं कि अचानक दो बहनों की एक साथ मांग उजड़ गई. दिहाड़ी मजदूर छोटू ने उदासीन भरे लहजों में बताया कि घटना के दौरान अधिकारियों ने बड़ी-बड़ी बातों से साहस दिलाया था, लेकिन उस वक्त समझाने के बाद से आज तक कोई भी अधिकारी न तो हमारे परिवार की सुधि ली है और न ही मुझे एक पैसा का भी अनुदान मिला. उन्होंने बताया कि सिर्फ मटिहानी थाने की पुलिस कांड संख्या 103/19 दर्ज कर आज तक मामले की जांच में जुटी हुई है. (पिंकल कुमार की रिपोर्ट).
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