सीवान : पांच दिवसीय मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण शिविर का समापन, प्रतिभागियों के बीच प्रमाण-पत्र का हुआ वितरण
अभिषेक श्रीवास्तव
सीवान में शनिवार से चल रहे पांच दिवसीय मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण शिविर का बुधवार को समापन हो गया. आराध्या चित्रकला संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में संसथान के निदेशक और चित्रकार रजनीश कुमार के द्वारा मधुबनी पेंटिंग बनाने की कला को बखूबी तरीके से बताया गया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और छात्राओं ने हिस्सा लिया.
समापन के मौके पर रजनीश कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यह था कि मिथिला प्रदेश की व बिहार की लोकप्रिय कला मधुबनी कला को लोगो तक पहचाना और प्रशिक्षण दे कर कलाकारों को स्वावलंबन बनाना. मधुबनी प्रशिक्षण के उपरांत कलाकारों को पेंटिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ाते हुवे उनके द्वारा बनाए कृतियों को आम बाजार तक पहुंचाने का कार्य करना, जो आराध्या चित्रकला संस्थान की पहल है. उन्होंने खा कि मधुबनी पेंटिंग आज बिहार की शान है. लेकिन अभी भी यह पूरे बिहार में सब जगह नहीं जाना जाता. आराध्या चित्रकला के द्वारा इस कला को जन-जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया गया है. इसके साथ-साथ अन्य पारंपरिक कला भी सम्मिलित है. उन्होंने बताया कि इस कैंप के बाद छात्रों द्वारा बनाये गए मधुबनी पेंटिंग का अगले महीने सार्वजनिक स्थल पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. जिससे नवीन कलाकारों को धरातल पर पहचान बनेगी.
इस कैम्प में छात्र एवं महिलाओं द्वारा मधुबनी चित्रकारी के सांकेतिक चित्र उकेरे गए जिसमें राम सीता, मोर, गणेश, विवाह, मछली, डाल पर पक्षी, राजकुमारी, फूल, पशु आदि के चित्र प्रमुख रहे इस प्रशिक्षण में सह शिक्षक सुष्मिता कुमारी ने मधुबनी कला के साथ साथ छापा कला को भी बतलाया.
वहीं मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण शिविर के समापन के दौरान सभी छात्रों को वार्ड पार्षद लिसा लाल व किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य प्रिया भारद्वाज द्वारा प्रमाण पत्र का वितरण किया गया. छात्र में अंजलि, ममता, सोनम, ज्योति, शुभम, श्रेया, मोहनी, शिवांगी, स्वाति, सृष्टि, पूर्णिमा, शालू, प्रियांशी, प्रियंका, खुशबू, मीना, पल्लवी, आदि, इस खास मौके पर अर्जुन, अभिषेक, इरशाद, सुमित, सुनील अरोरा, बबलू आदि उपस्थित थे.
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