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दुमका : हिन्दू क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र गंधर्व ने मंत्री लुईस मरांडी पर लगाया धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप, प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर सीबीआई से की जांच कराने की मांग

 

झारखंड के दुमका से बड़ी खबर है. जहां हिंदू क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश चंद गंधर्व ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर झारखंड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 के मंत्रिमंडल अनुमोदन के बाद भी झारखंड सरकार के समाज एवं कल्याण मंत्री डॉक्टर लुईस मरांडी के द्वारा ईसाई धर्म को बढ़ावा देने के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. इस आशय का एक पत्र दुमका में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

बता दें कि प्रधानमंत्री को प्रेषित अपने पत्र में प्रकाश चंद गंधर्व में लिखा है कि झारखंड के समाज एवं कल्याण मंत्री लुईस मरांडी आदिवासी बहुल क्षेत्र दुमका जिले के विभिन्न प्रखंडों में झारखंड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 के मंत्रिमंडल अनुमोदन के बावजूद भी एकतरफा नजरिए से ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार हेतु कार्य कर रही है. आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के नाते इस क्षेत्र के लिए अपना धर्म एवं संस्कार के लिए रीति रिवाज है जो संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम 1949 में दर्ज है. मंत्री डॉ लुईस मरांडी संथाल परगना के मूल धर्म को नजरअंदाज करते हुए ईसाई धर्म के बढ़ावा के लिए जिले के विभिन्न प्रखंडों में अनेक गिरिजाघरों का निर्माण करवा रही है. क्षेत्र में बिना किसी सरकारी आदेश के धर्म परिवर्तन का काम जोरों से चल रहा है. प्रकाश गंधर्व ने लिखा है कि झारखंड धर्म स्वतंत्र विधेयक 2017 के अनुमोदन के बाद भी सरकार के मंत्री खुलेआम धर्म परिवर्तन को बढ़ावा दे रही हैं. सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं. आदिवासियों का इसाई समुदाय में धर्मांतरण का काम निरंतर चल रहा है. जबकि सरकार के विधायक में उपायुक्त के आदेश के बिना धर्मांतरण करने पर जेल एवं जुर्माना का प्रावधान है. ऐसे दोहरी नीति से क्षेत्र के अन्य धर्म पर खतरा मंडरा रहा है. ईसाई धर्म को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले अशिक्षित वर्ग को प्रलोभन देकर जगह-जगह पर गिरजाघर का क्षेत्रों में निवास करने वाले निर्माण कराया जा रहा है.

धर्मांतरण का पूरा प्रक्रम चैरिटीज ऑफ मिशनरीज के निर्देश के पालन में मंत्री के द्वारा करवाया जा रहा है. जब से डॉ लुईस मरांडी को मंत्री का पद मिला है तभी से संथाल परगना में मिशनरी से सांठगांठ का धड़ल्ले से गिरजा घरों का निर्माण करवाया जा रहा है. अतः श्रीमान सनम्र निवेदन है कि उपरोक्त मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआई से कराने की कृपा करें. ताकि अन्य धर्म के खतरे को डाला जा सके और धर्मांतरण में संलिप्त व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई करने की कृपा की जाए. जिससे झारखंड धन स्वतंत्र विधेयक 2017 का शत-प्रतिशत पालन हो सके.

प्रकाश चंद्र गंधर्व ने अपने इस पत्र की प्रतिलिपि को मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, आयुक्त संथाल परगना प्रमंडल दुमका, उपायुक्त दुमका एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली के अध्यक्ष को भी प्रेषित किया है.

(नोट : पत्र की वास्तविकता का www.abhibharat.com कोई दावा नहीं करता है.)

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