दुमका : खेती के मौसम को लेकर कुल्ही दुरूप आयोजित, मवेशियों के खुला छोड़ने पर रोक का ऐलान
राजेश पाठक
दुमका के जामा प्रखंड के कुकुरतोपा गांव में मंझी बाबा मंगल मुर्मू के अध्यक्षता में कृषि को लेकर कुल्ही दुरुप-बैठक किया गया. इस कुल्ही दुरुप-बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि खेती का समय आ गया है. इसके मद्देनजर सभी ग्रामीण अगले आदेश तक अपने-अपने मवेशियों को बांध कर रखेगे या चरवाहा द्वारा चराया जायेगा. कोई भी ग्रामीण अपने मवेशियों को खुला नही छोड़ेगे.
कुल्ही दुरूप में इस बात का भी निर्णय लिया गया कि अगर किसी के घर का मवेशी अगर किसी खेत का फसल खाता है तो मवेशी के मालिक को आर्थिक दण्ड भुगतना पड़ेगा. मवेशी मालिक और उस खेत का मालिक सबसे पहले अपने आपसी विचार से इसे समस्या का समाधान करेगे. अगर इन दोनों के आपस में सुलह नही होती है तो इसे ग्राम सभा/कुल्ही दुरुप के बैठक के पटल में लाया जायेगा और दोषी को अर्थ दण्ड दिया जायेगा. ग्रामीणों ने वन विभाग द्वारा दिया जाने वाले “मुख्यमंत्री जन वन योजना” का लाभ भी लेने का निर्णय लिया.
इस मौके में बारिश मुर्मू, संतोष मुर्मू, बुधरय मुर्मू, रवीश राणा, अनंत राणा, मित्तर टुडू, बाबुधन टुडू, सोकोल टुडू, संग्राम टुडू, सुरेन्द्रर मुर्मू, राजेंद्र मुर्मू, सोनालाल मुर्मू, सोनोत मुर्मू, बैजन टुडू, पाल्टन मुर्मू, जोनाथन टुडू, पिंटू सोरेन, बालेश्वर टुडू, शिवा सोरेन, लुखिराम मुर्मू,सोम हांसदा, शिरिल मुर्मू, वर्णवाल सोरेन, प्रेम हांसदा, बैजू मुर्मू, अलबिनस मुर्मू के साथ काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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