दुमका : शिकारीपाड़ा में अवैध खनन बदस्तूर जारी, खनन में लगे मजदूरों की हो रही मौत, पुलिस को नहीं मिल रहा कोई सुराग
दुमका ज़िले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में अवैध खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं इस अवैध खनन में लगे मजदूरों की आये दिन जान भी चली जा रही है. बावजूद इसके खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन का कार्य बदस्तूर जारी है.
बता दें कि दो दिन पूर्व ही शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के कुलकुलीडंगाल में अवैध पत्थर खादान में ड्रील कर रहे मजदूर की मौत हो गयी. हालांकि मामले की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी. मामले में एसडीपीओ पूज्य प्रकाश ने बताया कि जानकारी मिली है कि ड्रील के दौरान हादसा हुई है. घायलों की तलाश जारी है.
जानकारी के अनुसार कुलकुलीडंगाल गांव में अवैध पत्थर खादान में ड्रील के दौरान उंचाई से गिरने से मजदूर की मौत हो गई. कारोबारी द्वारा आनन-फानन में गंभीर अवस्था में इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के सिउड़ी अस्पताल में इलाज के बहाना ले जाकर शव को गायब कर दिया है. इससे पुलिस को मौत की भनक नहीं लग सकी. वहीं पुलिस घायल या शव की तलाश में जुटी है.
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गौरतलब है कि घटित हादसा वाला खादान कई साझेदारों का बताया जा रहा है. साझेदारी में कारोबारी महेंद्र पोद्दार, चरण ओझा, सागर शेख सहित पांच से छह साझेदार अवैध खादान को संचालित करते है. पश्चिम बंगाल के सीमा से सटे शिकारीपाड़ा के कुलकुलीडंगाल वन क्षेत्र होने के कारण कारोबारी आसानी से पुलिस को चकमा देकर बच निकलने में कामयाब रहते हैं. इस पूरे प्रकरण में राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष अमरेंद्र यादव ने कहा कि इस पर उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, अवैध खनन में गरीब मजदूर मारे जाते हैं.
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