चाईबासा : जिला मत्सय विभाग में पड़ा एसीबी का छापा, मत्सय प्रसार पदाधिकारी व प्रधान लिपिक रिश्वत लेते रंगें हाथ धरायें
संतोष वर्मा
एक ओर जहां सरकार भ्रष्टाचार को पुरी तरह समाप्त करने की कवायद करने में जूटी है. वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार के आरोप में ज्यादा सरकारी मुलाजिम ही इन दिनों भ्रष्टार में संल्पित पाये जा रहें है. शनिवार को कोल्हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा जिले के मत्सय विभाग में जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने छापा मारी तो सरकारी योजना को मंजूरी देने के लिए मंझारी निवासी सिद्वार्थ कुमार गोप से रिश्वत के पैसे लेते हुए चाईबासा मत्सय प्रसार पदाधिकारी निर्मल भगत व प्रधान लिपिक अर्जून गोप को रंगें हाथ पकड़ा गया. इसके बाद विभाग में हड़कंप मच गई.
ज्ञात हो की चाईबासा स्थित जिला मत्स्य विभाग में छापा मार कर चार हजार रुपया नगद रिश्वत लेते दो कर्मियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार लोगों में एक मत्स्य प्रसार पदाधिकारी निर्मल भगत और प्रधान लिपिक अर्जुन गोप शामिल हैं. दोनों मंझारी प्रखंड के एक लाभुक सिद्धार्थ गोप से तालाब में मत्स्य पालन के लिए 3730 रुपया रसीद काटने के लिए चार हजार रिश्वत मांग रहे थे. 3730 रुपया का रसीद काटने के लिए चार हजार रिश्वत मांगने पर लाभुक ने इसकी जानकारी एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को दी. मामले की जांच के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और शनिवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम दोनों को जमशेदपुर ले गयी.
गौरतलब है कि एक तरफ सरकार गांव में युवकों को मत्स्य पालन का बढ़ावा दे रही है तो दूसरी तरफ अधिकारी-कर्मी भ्रस्टाचार में लिप्त होकर सरकार के प्रयासों को विफल करने में जुटे हैं. उक्त छापामारी एसीबी जमशेदपुर डीएसपी अमर पाण्डेय व एसीबी के अन्य सुरक्षाकर्मी व अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान मत्सय विभाग के पदाधिकारी व प्रधान लिपिक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तारी की पुष्टी की है.
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